Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 31 Aug, 2023 04:56 PM

हरदोई जिला जेल में बंद भाइयों को राखी बांधने के लिए बहनें कारागार पर पहुंची। सुबह से ही भारी भीड़ नजर आ रही थी। इस दौरान जेल परिसर के आसपास सुरक्षा के तगड़े इंतजाम रहे। तलाशी के...
हरदोई: हरदोई जिला जेल में बंद भाइयों को राखी बांधने के लिए बहनें कारागार पर पहुंची। सुबह से ही भारी भीड़ नजर आ रही थी। इस दौरान जेल परिसर के आसपास सुरक्षा के तगड़े इंतजाम रहे। तलाशी के बाद ही लोगों को आने-जाने दिया गया। जेल अफसरों के मुताबिक मुहूर्त देखते हुए बहनों को पर्व मनाने का मौका दिया गया। सलाखों के पीछे कैद भाइयों के लिए आज का दिन खास रहा। बहनें आज उनकी कलाई पर राखी बांधने पहुंचीं। बहनों ने यहां पहुंचकर अपने भाई की कलाई पर राखी बांधी। कई भाई-बहनों की मुलाकात महीनों बाद हो रही थी। अपने भाई का हाल देख तमाम बहनों की आंखें में आंसू आ गए। दोनों ने एक-दूसरे का हाल-चाल पूछा।

हरदोई में रक्षा बंधन का त्यौहार धूमधम से मनाया जा रहा है। राखी के त्यौहार को देखते हुए बाजार में रौनक देखने को मिल रही है और राखी को ध्यान में रखकर मिठाई की दुकानों पर भी लंबी कतार देखने को मिली।रक्षाबंधन के मौके पर आज जेल में बंद अपने कैदी भाइयों को राखी बांधने पहुंची बहनों की उस समय बहनों की आंखें नम हो गयी जब उन्होंने जेल के अंदर अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधी उस समय कैदी भाई और उनकी बहनें दोनों ही भावुक हो गए और जेल प्रशासन ने भी राखी बांधने के इस भाई बहन के पवित्र त्यौहार के लिए विशेष तैयारी भी कर रखी है जिससे कोई भी बहन अपने भाई को राखी बांधे बगैर नहीं रह सके।

जेल में बंद बंदियों की बहनें आज सुबह से ही जेल में पहुंच गयी थी जिनके सामान की जांच करने के बाद नंबर के हिसाब से उनको जेल के गेट तक पहुंचाया गया जहां उन्होंने अपने भाइयों की कलाइयों में राखी बांधी है।इन महिलाओं में कुछ ऐसी भी थी जो काफी दूर से राखी बांधने के लिए जेल पहुंची जिससे वे अपने भाइयों से मिल भी सकी और उनको राखी भी बाँध सकी।जेलर संजय ने बताया कि जैसे हमें निर्देश प्राप्त हुए है जो जेल के अंदर कैदी बंद है उनको दिनभर राखी बंधवाई जाएगी।आज महिलाएं आकर राखी बांध रही है कैदियों से आज पुरुषों की।जिला कारागार पहुंची बहनों ने इस दौरान भाइयों के माथे पर तिलक लगाकर अपने भाइयों से दुबारा अपराध नहीं करने और अच्छा इंसान बनने का वचन लिया।जेल प्रशासन की ओर से पर्याप्त इंतजाम किए गए थे। धूप और बरसात को देखते हुए जेल के बाहर टैंट लगाया गया था जहां शर्बत की व्यवस्था भी की गई थी।वहीं किसी को कोई दिक्कत न हो जाए तो उसके लिए जेल के चिकित्सक और फार्मासिस्ट भी तैनात किए गए थे।