Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 27 Jul, 2020 04:59 PM

उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को झटके पर झटका लग रहा है। विधान परिषद सदस्य दिनेश प्रताप सिंह की सदस्यता रद्द करने वाली याचिका को सभापति रमेश यादव ने खारिज कर दिया। इससे पहले 13 जुलाई को विधानसभा अध्यक्ष हृदय नाराय...
लखनऊः उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को झटके पर झटका लग रहा है। विधान परिषद सदस्य दिनेश प्रताप सिंह की सदस्यता रद्द करने वाली याचिका को सभापति रमेश यादव ने खारिज कर दिया। इससे पहले 13 जुलाई को विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने रायबरेली विधायक अदिति सिंह और विधायक राकेश सिंह की सदस्यता रद्द करने की याचिका को खारिज किया था।
गौरतलब है कि 2019 में हुए लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस से विधान परिषद सदस्य दिनेश प्रताप सिंह ने कांग्रेस पार्टी से बगावत कर भाजपा का दामन थाम लिया था और भाजपा के टिकट पर सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ा था। इसके बाद कांग्रेस ने विधान परिषद में उनकी सदस्यता रद्द कराने के लिए याचिका दायर की थी। सोमवार को विधान परिषद के सभापति रमेश यादव ने कांग्रेस की याचिका को खारिज कर दिया।
बीते 13 जुलाई को 2 विधायक अदिति सिंह और राकेश सिंह की सदस्यता रद्द करने की याचिका को भी विधानसभा अध्यक्ष ने खारिज कर दिया था। कांग्रेस ने बीते दिनों विधायक अदिति सिंह और जिले के हरचंदपुर सीट से पार्टी विधायक राकेश सिंह के बगावती तेवर के कारण दलबदल कानून के तहत इनकी विधानसभा सदस्यता रद्द करने के लिए विधानसभाध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित को पास पत्र भेजा था। लेकिन, विधानसभा अध्यक्ष ने कह दिया था कि विधायक अदिति सिंह और विधायक राकेश सिंह की विधानसभा सदस्यता रद्द नहीं होगी।