Edited By Deepika Rajput,Updated: 01 Aug, 2019 09:55 AM
उत्तर प्रदेश की सियासत इस समय उन्नाव रेप पीड़िता के दुर्घटना मामले को लेकर गरमाई हुई है। इस घटना के बाद से योगी सरकार और पुलिस की कार्यशैली पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। वहीं इस बीच, इसी मुद्दे से जुड़े सवालों का सामना उत्तर प्रदेश पुलिस को...
बाराबंकीः उत्तर प्रदेश की सियासत इस समय उन्नाव रेप पीड़िता के दुर्घटना मामले को लेकर गरमाई हुई है। इस घटना के बाद से योगी सरकार और पुलिस की कार्यशैली पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। वहीं इस बीच, इसी मुद्दे से जुड़े सवालों का सामना उत्तर प्रदेश पुलिस को बाराबंकी में करना पड़ा।
दरअसल, बाराबंकी के आनंद भवन विद्यालय में आयोजित बालिका सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम में अपर पुलिस अधीक्षक आरएस गौतम छात्राओं को सुरक्षा के प्रति सचेत करते हुए टोल फ्री नंबरों की जानकारी दे रहे थे। इस दौरान एक छात्रा ने उनसे पूछा- ‘आपके कहने के मुताबिक अगर हमारे साथ कुछ गलत हुआ तो हम टोल फ्री नंबर पर फोन करके पुलिस को जानकारी दें, लेकिन हम जिसकी शिकायत कर रहे हैं अगर उसे इस बात का पता चल गया और उसने उन्नाव बलात्कार पीड़िता की तरह मेरा एक्सीडेंट करा दिया, तो क्या होगा?'
छात्रा ने कहा, ‘पुलिस मेरी कैसे मदद करेगी? क्या विरोध करने पर मुझे न्याय मिलेगा? क्योंकि उन्नाव में एक लड़की के साथ विधायक ने गलत काम किया और अब जब वह उसके खिलाफ लड़ाई लड़ रही है, तो उसका एक्सीडेंट करा दिया गया।' हालांकि, छात्रा के सवाल का पुलिस अधिकारी कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए।