Edited By Ramkesh,Updated: 09 Oct, 2024 01:29 PM
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को हरियाणा में कांग्रेस की उम्मीदों को तोड़ते हुए और 10 साल की कथित सत्ता विरोधी लहर को बेअसर करते हुए शानदार जीत हासिल की और सत्ता की ‘हैट्रिक' लगाई। वहीं इसके बाद अब उत्तर प्रदेश में होने वाले उपचुनाव को लेकर...
लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को हरियाणा में कांग्रेस की उम्मीदों को तोड़ते हुए और 10 साल की कथित सत्ता विरोधी लहर को बेअसर करते हुए शानदार जीत हासिल की और सत्ता की ‘हैट्रिक' लगाई। वहीं इसके बाद अब उत्तर प्रदेश में होने वाले उपचुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी भी प्रेशर पॉलिटिक्स शुरू कर दी है। सूत्रों की मानें तो उपचुनावों में सीट शेयरिंग को लेकर यूपी में अग्रेसिव दिख रही कांग्रेस को सपा ने झटका देना शुरू किया। बिना गठबंधन फाइनल किये ही 6 सीटों पर अपना कैंडिडेट घोषित कर दिया है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी को अब समाजवादी पार्टी सिर्फ एक सीट ही देने पर विचार कर रही है।
सूत्रों के मुताबिक फूलपुर सीट का ही कांग्रेस को सपा देने का प्रस्ताव दे सकती है, क्योंकि हरियाणा विधानसभा में समाजवादी पार्टी चुनाव लड़ने के मूड में थी लेकिन कांग्रेस से गठबंधन को लेकर बात नहीं बनी इस वजह से समाजवादी पार्टी ने हरियाणा में चुनाव नहीं लड़ा। उसके बावजूद भी कांग्रेस पार्टी को हरियाणा में कांग्रेस को हार का सामना करना। गौरतलब है कि सत्ता विरोधी लहर के बावजूद भी बीजेपी ने शानदार जीत दर्ज की है। ऐसे में अब समाजवादी पार्टी गठबंधन को लेकर फ्रंट फुट पर खेलने को तैयार है। जबकि कांग्रेस पार्टी पांच सीट सपा से मांग रही थी फिलहाल अब देखना दिलचस्प होगा कि समाजवादी पार्टी उपचुनाव में कितनी सीटें कांग्रेस को देती है।
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UP by-election: उत्तर प्रदेश में 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर सपा पहले से कमर कसती हुई दिखाई दे रही है। उपचुनाव के लिए अधिकतर सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नाम तय कर दिए हैं। इन प्रत्याशियों के नाम पहले से ही तय किए जा चुके थे लेकिन अब पार्टी की तरफ से अधिकारिक तौर पर ऐलान कर दिया गया है।