पुलिस के हाथ लगी बड़ी सफलता, फर्जी IRS अफसर और उसके चार साथियों को किया गिरफ्तार

Edited By Ramkesh,Updated: 13 Feb, 2023 06:58 PM

police got big success arrested fake irs officer and his four associates

उत्तर प्रदेश में इटावा की जसवंतनगर पुलिस ने लोगो को ठगने वाले एक फर्जी आईआरएस अफसर को उसके चार साथियों के साथ गिरफ्तार करने का दावा किया है। फर्जी आईआरएस अफसर और उसके साथियों को गिरफ्तार करने वाली जसवंतनगर पुलिस को एसएसपी ने 20000 का इनाम देने की...

इटावा: उत्तर प्रदेश में इटावा की जसवंतनगर पुलिस ने लोगो को ठगने वाले एक फर्जी आईआरएस अफसर को उसके चार साथियों के साथ गिरफ्तार करने का दावा किया है। फर्जी आईआरएस अफसर और उसके साथियों को गिरफ्तार करने वाली जसवंतनगर पुलिस को एसएसपी ने 20000 का इनाम देने की घोषणा की है। गिरफ्तार किए गए अपराधियों के कब्जे से एक रिवाल्वर एक बंदूक और विभिन्न बोर के 36 कारतूस के साथ-साथ एक कार भी बरामद की गई है। इस गैंग का मुख्य कार्य क्षेत्र उत्तर प्रदेश के साथ-साथ मध्य प्रदेश की रहा है। इटावा,फिरोजाबाद, नोएडा,गाजियाबाद और मध्यप्रदेश के मुरैना में इस गैंग ने लोगों को ठगने की वारदातों को अंजाम दिया है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा ने सोमवार को पत्रकारों को बताया कि एक गुप्त सूचना के आधार पर फर्जी आईएएस अधिकारी मनीष जाटव को गिरफ्तार कर उसकी सुरागकशी पर चार अन्य साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। सभी के कब्जे से एक रायफल, एक रिवाल्वर (फैक्ट्रीमेड), 36 जिंदा कारतूस, 6 खोखा कारतूस, फर्जी शस्त्र लाइसेन्स, क्रेटा कार , सात मोबाइल फोन और 16950 रुपए बरामद किए गए है। पुलिस के पास जसवंतनगर इलाके के जगसोरा गांव की श्रीमती शीला ने मनीष कुमार व उसके अन्य साथियों के विरुद्ध असलहों से लैस होकर घर में घुसकर गाली गलौज करने व जान से मारने की धमकी देने का मामला दर्ज कराया है।

शीला देवी के प्रार्थना पत्र के आधार पर थाना जसवंतनगर पर धारा 147,149,452,504,506 का अभियोग पंजीकृत किया गया । जसवंतनगर पुलिस टीम ने बलरई नहर पुल पर संदिग्ध व्यक्ति/ वाहन चैकिंग के दौरान क्रेटा कार सवार पांच व्यक्तियों को पकड़ लिया गया। हिरासत में लिए गए व्यक्तियों से असलहों के लाइसेंस मांगने पर फर्जी आई आर एस अधिकारी मनीष ने रिवाल्वर का लाइसेंस उपलब्ध कराया गया एवं शेष असलसों का लाइसेंस दिखाने में असमर्थ रहे । लाइसेंस संदिग्ध प्रतीत होने पर लाइसेंस की जानकारी की गयी तो लाइसेंस फर्जी पाया गया जिसके संबंध में पूछताछ करने पर मनीष ने बताया गया कि उसने फर्जी आईआरएस अधिकारी बनकर यह लाइसेंस जनपद गौतमबुद्ध नगर से बनवाया था।

 मनीष वर्ष 2020 में थाना सिविल लाइन इटावा से जेल जा चुका है जिसमें उसका बरामद पिस्टल का लाइसेंस निरस्त हो गया था । अभियुक्त मनीष ने यह भी बताया गया कि निरस्त पिस्टल के लाइसेंस में हेराफेरी करके उसने मुरैना मध्य प्रदेश से उपरोक्त बरामद रिवाल्वर खरीदी थी। मनीष के अलावा लव कुश,अंकित कुमार यादव,राजवीर और प्रवीन कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

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