Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 12 Nov, 2020 08:56 AM
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या के पुरातन, ऐतिहासिक, धार्मिक, आध्यात्मिक तथा सांस्कृतिक महत्व के मद्देनजर केन्द्र और राज्य सरकार इसके...
अयोध्या: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या के पुरातन, ऐतिहासिक, धार्मिक, आध्यात्मिक तथा सांस्कृतिक महत्व के मद्देनजर केन्द्र और राज्य सरकार इसके प्राचीन गौरव के अनुरूप प्रतिष्ठित करने का कार्य कर रही हैं। सीएम ने कहा कि अयोध्या को वैश्विक पहचान दिलाने के साथ-साथ सभी आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित कर इसका सर्वांगीण विकास सरकार की प्राथमिकता है।
सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि अयोध्या के प्राचीन गौरव तथा सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक परम्परा एवं पहचान को पुनर्स्थापित करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा अनेक विकास परियोजनाएं संचालित की जा रही हैं। इन परियोजनाओं के पूर्ण होने से अयोध्या धाम श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए आकर्षण के बड़े केन्द्र के रूप में उभरेगा।
उन्होंने बताया कि अयोध्या में भजन संध्या स्थल, दशरथ महल, सत्संग भवन, यात्री सहायता केन्द्र, रैन बसेरा, क्वीन हो मेमोरियल पार्क, रामकथा पार्क के विस्तारीकरण का कार्य चल रहा है। भजन संध्या स्थल का कार्य लगभग पूर्ण हो गया है। इस परियोजना की लागत 1902 लाख रुपए है। 242 लाख रुपए से अधिक की लागत से बनने वाले दशरथ महल, सत्संग भवन, यात्री सहायता केन्द्र तथा रैन बसेरे का 80 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो गया है। रामकथा पार्क के विस्तारीकरण की वर्तमान भौतिक प्रगति 90 प्रतिशत है। यह काम 31 दिसम्बर तक पूर्ण हो जाएगा।
उन्होंने बताया कि रामायण सकिर्ट थीम के अन्तर्गत अयोध्या में विभिन्न विकास कार्य परिचालित हैं। इन कार्यों में रामकथा गैलरी निर्माण, राम की पैड़ी का कार्य, नया बस डिपो निर्माण, अयोध्या बाईपास के निकट मल्टी लेवल कार का निर्माण, पंचकोशी परिक्रमा मार्ग पर यात्री छादक का निर्माण, दिगम्बर अखाड़े में मल्टीपरपज हॉल का निर्माण, सिटी वाइड इन्टरवेंशन कार्य, अयोध्या स्ट्रीट रिजुवेशन के अन्तर्गत फुटपाथ के नवीनीकरण का कार्य, अयोध्या मुख्य मार्ग हनुमानगढ़ी कनक भवन पैदल यात्री मार्ग का नवीनीकरण प्रमुख हैं। इनमें से दिगम्बर अखाड़े में मल्टीपरपज हॉल तथा राम की पैड़ी का कार्य पूर्ण हो गया है। शेष कार्य इस वर्ष के अन्त तक पूर्ण करने का लक्ष्य है।