Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 05 Jul, 2021 01:31 PM
फतेहपुर सीकरी में दीवान-ए-खास में स्थित पिलर के चारों ओर पत्थर के बेस पर लकड़ी की रेलिंग लगा दी गई है। पर्यटक इनकी दीवारों, खंभों को हाथ से अब नहीं छू सकेंगे
आगराः फतेहपुर सीकरी में दीवान-ए-खास में स्थित पिलर के चारों ओर पत्थर के बेस पर लकड़ी की रेलिंग लगा दी गई है। पर्यटक इनकी दीवारों, खंभों को हाथ से अब नहीं छू सकेंगे। दरअसल स्मारकों की पच्चीकारी के पत्थरों को सुरक्षित रखने व कोरोना वायरस से बचाव को लेकर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने यह फैसला लिया है। जिसके तहत पर्यटकों व और स्मारकों की दीवारों के बीच 4 फुट की दूरी कर दी गई है। जिससे कोई इन्हें हाथ नहीं लगा सकेगा।
बता दें कि पंचमहल परिसर में बने दीवान ए खास के बेहतरीन नक्काशी वाले खंभे को पर्यटक छूते व फोटोग्राफी भी कराते थे। जिससे क्षति होने का खतरा है। जिसे देखते हुए एएसआई ने फतेहपुर सीकरी में लकड़ी की रेलिंग स्मारकों की दीवार के आगे लगा दी है, ताकि कोई सैलानी इन्हें छु न पाए और वो सुरक्षित रहे। एएसआई ने इस पर 16 लाख रुपये खर्च कर इसी परिसर में अनूप तालाब, टर्की सुल्ताना महल और दीवान-ए-खास को भी चारों ओर से घेरा दिया है। गौरतलब है कि ताजमहल के मुख्य गुंबद, चमेली फर्श और आगरा किले में दीवान-ए-खास, मुसम्मन बुर्ज में भी यही व्यवस्था लागू है।