Edited By Mamta Yadav,Updated: 24 May, 2023 01:51 AM

सोमवार-मंगलवार की देर रात को आंधी-तूफान व बारिश ने भारी तबाही मचाई है। इससे सर्वाधिक प्रभावित विद्युत व्यवस्था हुई। कई स्थानों पर पोल-तार गिर जाने से विद्युत सेवा मंगलवार को भी बाधित रही। फूस और टीन के घर तेज हवा में उड़ गए। आंधी से केला और आम की फसल...
संतकबीरनगर (मिथिलेश कुमार धुरिया): सोमवार-मंगलवार की देर रात को आंधी-तूफान व बारिश ने भारी तबाही मचाई है। इससे सर्वाधिक प्रभावित विद्युत व्यवस्था हुई। कई स्थानों पर पोल-तार गिर जाने से विद्युत सेवा मंगलवार को भी बाधित रही। फूस और टीन के घर तेज हवा में उड़ गए। आंधी से केला और आम की फसल को नुकसान हुआ है। तहसील क्षेत्र के कई स्थानों पर पेड़़ भी टूटकर गिर गए। मेंहदावल, सांथा, बेलहर, धर्मसिंहवा, बनकसिया, बढ़या आदि स्थानों पर तेज हवा के साथ बारिश हुई। दिनभर लोग उमस भरी गर्मी से परेशान थे वहीं रात में बारिश के उपरांत लोगों में सुकून मिला।

दूसरी ओर आंधी-तूफान से कई जगह पेड़ उखड़ गए। टीन के घर व फूस की झोपड़ी हवा में उड़ गई। बिजली के तार व पोल गिर गए जिससे क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति पूरी तरह बाधित हुई। आंधी-बारिश ने किसानों की केले की फसल को नुकसान पहुंचाया। मकई के पौधे तेज हवा के कारण जमीन पर गिर गए। जयराम सिंह, दसरथ सिंह, डिग्री, रामदरस सिंह, कमलेश, राजू सिंह, सुरेन्द्र सिंह, बुद्धिराम, परसुराम आदि साडेखुर्द गांव के निवासियों ने कहा कि केले की खेती को आंधी ने पूरी तरह चौपट तो किया ही है, साथ ही साथ मिर्च की खेती को भी बर्बाद कर दिया।
उनका कहना है कि कर्ज उधार लेकर कड़ी मेहनत के साथ केले की खेती शुरू की थी। पौधा जब तैयार होकर आमदनी देना शुरू किया तो तेज हवा ने फसल को बर्बाद कर दिया। किसानों ने जिलाधिकारी सहित विभाग से फसल क्षति का आकलन कर उचित मुआवजा दिए जाने की गुहार लगाई है।