Edited By Ramkesh,Updated: 05 Dec, 2024 06:40 PM
बांग्लादेश में हिंदुओं की हो रही हत्या और साधु संतों की गिरफ्तारी की घटना पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के साधु संत आक्रोशित हैं। महाकुंभ नगर में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने कहा है कि हम भारत सरकार से बांग्लादेश जाने की...
प्रयागराज (सैयद रजा): बांग्लादेश में हिंदुओं की हो रही हत्या और साधु संतों की गिरफ्तारी की घटना पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के साधु संत आक्रोशित हैं। महाकुंभ नगर में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने कहा है कि हम भारत सरकार से बांग्लादेश जाने की अनुमति मांगते हैं, क्योंकि बांग्लादेश में हिंदुओं का उत्पीड़न और संत महात्माओं को जेल में डालने की घटना हमसे देखी नहीं जा रही है। हमारे अखाड़ों के नागा सन्यासी भी बांग्लादेश में संत महात्माओं के उत्पीड़न से व्यथित हैं।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने कहा कि जिस तरह से संतो को जेल में डाला जा रहा है, मंदिरों को नष्ट किया जा रहा है, हिंदुओं की बहन बेटियों के साथ अमानवीय कृत्य हो रहा है, इसको लेकर पूरे संत समाज में आक्रोश है। महंत रवींद्र पुरी ने कहा कि हमारे अखाड़ों के नागा संन्यासियों का तो युद्ध का पुराना इतिहास रहा है, हम अंग्रेजों और मुगलों से लड़कर अपनी संस्कृति की रक्षा करने में पीछे नहीं हटे थे। नागा संन्यासियों का युद्ध में जाने का मतलब है मारकर ही वापस आना। लेकिन लोकतांत्रिक व्यवस्था में इसकी अनुमति किसी को नहीं है। लेकिन बांग्लादेश के हालात से संत समाज में गुस्सा है।
साधु संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने बांग्लादेश में बेगुनाह जेल में डाले गए सनातनियों की रिहाई की मांग की है। उन्होंने कहा है कि जल्द ही अखाड़ा परिषद बैठक करके बांग्लादेश के हिंदुओं की रक्षा के लिए एक प्रस्ताव भी पारित करेगा और उसे भारत सरकार के गृह मंत्री को भेजा जाएगा।