Edited By Mamta Yadav,Updated: 19 Oct, 2025 03:01 AM

अयोध्या में दीपोत्सव से पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार को निशाने पर लेते हुए समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक विवादास्पद बयान दे डाला। उन्होंने सवाल उठाया कि "हमें दीयों और मोमबत्तियों पर पैसा क्यों...
Lucknow News: अयोध्या में दीपोत्सव से पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार को निशाने पर लेते हुए समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक विवादास्पद बयान दे डाला। उन्होंने सवाल उठाया कि "हमें दीयों और मोमबत्तियों पर पैसा क्यों खर्च करना है?" और साथ ही सुझाव दिया कि "हमें क्रिसमस जैसे आयोजनों से सीखना चाहिए, जहां महीनों तक शहरों को रोशन रखा जाता है।"
दीयों और मोमबत्तियों पर इतना खर्च क्यों?
शनिवार को सपा मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान अखिलेश यादव ने कहा, “मैं कोई सुझाव नहीं देना चाहता, लेकिन भगवान राम के नाम पर कहना चाहूंगा कि पूरी दुनिया में क्रिसमस के दौरान शहर जगमगाते हैं। हमें उनसे सीखना चाहिए। आखिर दीयों और मोमबत्तियों पर इतना खर्च क्यों?” उनके इस बयान को लेकर राजनीतिक गलियारों में बहस छिड़ गई है। भाजपा नेताओं ने इसे सांस्कृतिक अपमान बताया है, वहीं सपा इसे "विकास की सोच" बता रही है।
"सरकार न बिजली संभाल पा रही है, न ट्रैफिक, न सफाई"
मुख्यमंत्री योगी पर फिर हमला: "स्टार प्रचारक नहीं, स्टार विभाजक हैं" बिहार चुनाव प्रचार में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सक्रियता को लेकर भी अखिलेश ने तीखा तंज कसा। उन्होंने कहा, "मुख्यमंत्री बिहार में स्टार प्रचारक बनकर नहीं, स्टार विभाजक बनकर गए हैं। बिहार की जनता सांप्रदायिक राजनीति को स्वीकार नहीं करती।" अखिलेश ने योगी सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि "सरकार न बिजली संभाल पा रही है, न ट्रैफिक, न सफाई।"
बिजली व्यवस्था ध्वस्त, स्मार्ट सिटी में सिर्फ कूड़ा दिखता है" – अखिलेश
सपा प्रमुख ने दिवाली के दौरान बिजली कटौती को लेकर भी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा, "फुस्स फुलझड़ी से क्या उम्मीद करोगे? जब बिजली बनाई ही नहीं तो दोगे कहां से? जो बिजली मिल रही है, वह समाजवादी सरकार की देन है।" उन्होंने स्मार्ट सिटी योजना पर टिप्पणी करते हुए कहा कि करोड़ों रुपये खर्च होने के बावजूद लखनऊ समेत राज्य के सभी शहर कचरे और जाम की समस्या से ग्रस्त हैं।
यातायात और नागरिक व्यवस्था पर भी सरकार को घेरा
सपा प्रमुख ने कहा कि सरकारें स्मार्ट सिटी बनाने का दावा तो कर रही हैं, लेकिन न सड़कें संभल पा रही हैं और न ही ट्रैफिक। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “सरकारी बैठकों में योजनाएं बनती हैं, लेकिन ज़मीनी हकीकत कुछ और है। हर शहर जाम से जूझ रहा है।”
"बीजेपी सरकार को हटाना ही अब एकमात्र विकल्प"
अखिलेश यादव ने प्रेस वार्ता का समापन करते हुए जनता से अपील की कि “अब बीजेपी सरकार को हटाना ही एकमात्र विकल्प है। चीजें तभी सुधरेंगी। मौजूदा सरकार बिजली, सफाई, ट्रैफिक जैसे बुनियादी मुद्दों पर पूरी तरह विफल रही है।”