Edited By Harman Kaur,Updated: 29 Mar, 2024 11:33 AM
माफिया मुख्तार अंसारी की मौत के बाद से लोगों में खुशी का माहौल है। दरअसल जो लोग मुख्तार के आतंक का शिकार हुए थे.....
Banda News/Mukhtar Ansari Death: माफिया मुख्तार अंसारी की मौत के बाद से लोगों में खुशी का माहौल है। दरअसल जो लोग मुख्तार के आतंक का शिकार हुए थे, अब वो मुख्तार की मौत पर जश्न मना रहे हैं और मंदिर जाकर भगवान का शुक्रिया कर रहे हैं। इनमें ही एक पूर्व विधायक कृष्णानंद राय का परिवार भी शामिल है, जो मुख्तार की मौत की खबर सुनने के बाद बाबा काशी विश्वनाथ के दर्शन करने वाराणसी पहुंचा। पूरे परिवार ने भगवान का शुक्रिया किया है।
स्वर्गीय कृष्णानंद राय के बेटे पीयूष राय ने कहा कि उन्हें मीडिया के माध्यम से मुख्तार अंसारी की मौत का पता चला है। उन्होंने भगवान गोरखनाथ का शुक्रिया करते हुए कहा कि उनका आशीर्वाद हम पर है। जो जैसा करता है, उसका फल उसे यहीं पर इसी भूखंड में मिलता है। उन्होंने कहा कि ये अल्लाह का न्याय है कि जो आज ऐसे अपराधी का अंत हुआ है। बाबा गोरखनाथ की कृपा।
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कृष्णानंद राय के शरीर से निकली थी 67 गोलियां!
बता दें कि कृष्णानंद राय भाजपा के विधायक थे। इनकी हत्या मुख्तार अंसारी ने अपने शार्प शूटर बजरंगी से कराई थी। 29 नवंबर 2005 को कृष्णानंद राय को करीमुद्दीनपुर इलाके के सेनाड़ी गांव में एक क्रिकेट मैच का उद्घाटन करने गए थे। जहां से शाम चार बजे जब वह वापस अपने गांव गोडउर लौट रहे तो बसनियां चट्टी पर उन्हें घेर लिया गया। जहां कृष्णानंद पर अंधाधुंध फायरिंग की गई। तकरीबन 400 गोलियां उन पर चलाई गईं। इस हत्याकांड में कृष्णानंद समेत 7 लोग मारे गए थे। वहीं, जब कृष्णानंद राय का पोस्टमार्टम हुआ तो करीब 67 गोलियां उनके शरीर से निकाली गईं।
क्यों मख्तार अंसारी ने कृष्णानंद राय को दी दर्दनाक मौत?
दरअसल, 2002 के विधानसभा चुनाव में कृष्णानंद राय ने मुहम्मदाबाद से लगातार चुने जाते रहे मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल को हरा वह भाजपा से विधायक चुने गए थे। जिसके बाद से कृष्णानंद राय और मुख्तार अंसारी के बीच दुश्मनी शुरू हो गई। इसी के चलते मुख्तार अंसारी ने अपने शार्प शूटर बजरंगी से कृष्णानंद राय की हत्या करा दी थी।