Edited By Harman Kaur,Updated: 16 Apr, 2023 03:55 PM

उत्तर प्रदेश में माफिया से राजनेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्याकांड में शामिल जिले के कुरारा क्षेत्र का शार्प शूटर सनी सिंह के खिलाफ 14 आपराधिक मामले जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में दर्ज है...
हमीरपुर: उत्तर प्रदेश में माफिया से राजनेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्याकांड में शामिल जिले के कुरारा क्षेत्र का शार्प शूटर सनी सिंह के खिलाफ 14 आपराधिक मामले जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में दर्ज है। हमीरपुर जिला कारागार में वर्ष 2018 से 2020 तक बंद पश्चिम उत्तर प्रदेश का दुर्दांत अपराधी सुन्दर भाटी के संपर्क में आने से सनी सिंह ने जुर्म की दुनिया में कदम रखा था।

अतीक-अशरफ हत्याकांड के आरोपी सनी के खिलाफ दर्ज है 14 मुकदमे
पुलिस के अनुसार, क्षेत्र के कुरारा कस्वा निवासी सनी सिंह के माता-पिता का निधन 10 साल पहले हो गया था। घर की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण सनी इधर-उधर घूम कर छुटपुट घटनाओं को अंजाम देने लगा। उसके खिलाफ कोतवाली हमीरपुर कुरारा, सुमेरपुर में हत्या का प्रयास के 2 और लूट, मारपीट राहजनी एवं अवैध असलहा रखने जैसे 14 मुकदमे दर्ज है। कुरारा क्षेत्र के पतारा गांव के हाडर् क्रेमिनल रोहित यादव के साथ मिलकर शूटर सनी सिंह रोजाना मारपीट और लूटपाट की घटनाएं करने लगा था। आए दिन घटनाएं करने से तंग आकर सनी के भाई पिंटू सिंह ने संबंध तोड़ लिए थे। भाई पिंटू इन दिनों कुरारा कस्बे में छोटी सी दुकान खोलकर समोसा और चाय बेच कर अपना जीवन निर्वाह कर रहा है। वह भाई सनी की हरकतों से वह आज भी दुखी है।

सुंदर भाटी के गैंग में रहकर अपराधी बना था सनी- पुलिस
पुलिस का मानना है कि उसी दौरान दुर्दांत अपराधी सुन्दर भाटी को उसके 4 सदस्यों के साथ वर्ष 2018 में हमीरपुर कारागार में स्थानांतरित किया गया था। तभी सनी सिंह लूटपाट के मामले में हमीरपुर जेल गया और सनी की मुलाकात जेल में सुंदर भाटी से हो गई। सनी सिंह अक्सर सुन्दर भाटी की खुशामद में लगा रहता था। 30 मई 2000 को हमीरपुर जेल से सोनभद्र जेल भेज दिया गया था। वर्ष 2021 को सनी जमानत मंजूर होने के बाद जेल से बाहर आया तब से वह अपने घर वापस नहीं लौटा और अपराध की दुनिया में पूरी तरह संलिप्त हो गया। पुलिस का मानना है कि सुंदर भाटी के गैंग में रहकर सनी पूरी तरह अपराधी हो गया।

सनी सिंह ही था अपने ग्रुप का मास्टर माइन्ड
वहीं, सनी के भाई पिंटू का कहना है कि सनी उसका छोटा भाई था। वह पैसे के लिए अपराध करता था। दस साल से वह घर नहीं आया है। पुलिस का मानना है कि माफिया अतीक और अशरफ की हत्या में शामिल तीनों अपराधियों में सनी सिंह ही अपने ग्रुप का मास्टर माइन्ड था। अपराध करने की योजना वही तैयार करता था। इस घटना के बाद सनी के भाई पिंटू सिंह निवासी कुरारा भी दहशत में है क्योंकि पुलिस उसके घर में आकर बराबर छापा डाल रही ,है जब कि उससे सनी से कोई लेना देना नहीं है। पिंटू का कहना है कि पुलिस उसके रिश्तेदारी में जाकर भी पूछताछ कर रही है, जबकि उनका सनी से किसी तरह का भी कोई लेना देना नहीं है।