Edited By Mamta Yadav,Updated: 19 May, 2023 11:07 PM

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना (Finance Minister Suresh Kumar Khanna) शुक्रवार को शाहजहांपुर पहुंचे। जहां वह एक उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान वित्त मंत्री ने कहा की मुरादाबाद (Moradabad) में 1980 में ईद के...
शाहजहांपुर: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना (Finance Minister Suresh Kumar Khanna) शुक्रवार को शाहजहांपुर पहुंचे। जहां वह एक उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान वित्त मंत्री ने कहा की मुरादाबाद (Moradabad) में 1980 में ईद के दौरान हुए दंगे (Riot) की रिपोर्ट (Report) देर से पेश हुई है। ये रिपोर्ट पहले ही आ जानी चाहिए थी। इस दौरान खन्ना ये भी कहा कि दंगे की रिपोर्ट तो 1983 में ही आ गई थी लेकिन तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने रिपोर्ट पेश नहीं की।

बता दें कि उत्तर प्रदेश के जिला मुरादाबाद में 43 साल पहले हुए दंगों की जांच रिपोर्ट जल्द ही सार्वजनिक होने वाली है। उत्तर प्रदेश सरकार ने 12 मई को कहा था कि राज्य विधानसभा पटल पर रिपोर्ट पेश की जाएगी। सरकारी आंकड़ा है कि इस दंगे में कम से कम 83 लोगों की जान गई थी और 100 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। तब राज्य में वीपी सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस की सरकार थी। ये दंगा ईद के दिन शुरू हुआ था।

जस्टिस सक्सेना आयोग ने 20 फरवरी 1983 में सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंप दी थी। लेकिन सरकार ने कभी इस रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया। लेकिन उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार 40 साल बाद इस रिपोर्ट को अब सार्वजनिक करने वाली है। तो वहीं आज वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि उस समय की सरकार ने दंगे की रिपोर्ट देर से पेश की। ये रिपोर्ट पहले ही आ जानी चाहिए थी। इस दौरान उन्होंने ये भी कहा कि दंगे की रिपोर्ट तो 1983 में ही आ गई थी लेकिन तत्कालीन सरकार ने पेश नहीं की।