Edited By Mamta Yadav,Updated: 04 Aug, 2025 03:25 PM

उत्तर प्रदेश के शामली जिले से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है। थाना भवन क्षेत्र के मंटी हसनपुर गांव स्थित शनि मंदिर में बीते करीब दो वर्षों से ‘बाबा बंगाली’ उर्फ बालकनाथ के नाम से रह रहा एक व्यक्ति असल में मुस्लिम समुदाय से संबंधित पाया गया।...
Shamli News: उत्तर प्रदेश के शामली जिले से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है। थाना भवन क्षेत्र के मंटी हसनपुर गांव स्थित शनि मंदिर में बीते करीब दो वर्षों से ‘बाबा बंगाली’ उर्फ बालकनाथ के नाम से रह रहा एक व्यक्ति असल में मुस्लिम समुदाय से संबंधित पाया गया। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि उसका असली नाम इमामुद्दीन अंसारी (उम्र 55 वर्ष) है और वह पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार जिले का निवासी है।
तीन आधार कार्ड और एक पैन कार्ड बरामद
शनिवार रात मिली गोपनीय सूचना के आधार पर पुलिस ने मंदिर परिसर में दबिश दी और इमामुद्दीन को मौके से हिरासत में ले लिया। पूछताछ में पता चला कि वह पिछले 15 वर्षों से विभिन्न स्थानों पर हिन्दू साधु के भेष में रह रहा था, जबकि मंटी हसनपुर में बीते दो सालों से स्थायी रूप से मंदिर में रहकर पुजारी की भूमिका निभा रहा था। पुलिस को उसके पास से तीन आधार कार्ड और एक पैन कार्ड बरामद हुए हैं। एक आधार कार्ड पर उसका नाम "बंगाली नाथ केयर ऑफ कमलनाथ" और पता लक्ष्मी नारायण मंदिर, सहारनपुर लिखा हुआ मिला, जबकि अन्य दस्तावेजों में असली पहचान इमामुद्दीन अंसारी दर्ज थी।
गांव वालों से चंदा लेकर बनवाया मंदिर, खुद को बताया था बंगाली नाथ
बताया जा रहा है कि उसने गांव के प्रधान रामेश्वर से मंदिर निर्माण के लिए जमीन प्राप्त की, और ग्रामीणों से दान (चंदा) एकत्र कर मंदिर बनवाया। वह खुद मंदिर परिसर में ही रहने भी लगा और श्रद्धालुओं को अपने झांसे में लेता रहा। पुलिस अब इस बात की गहन जांच कर रही है कि इस व्यक्ति के तार किसी बड़े नेटवर्क से तो नहीं जुड़े हैं।