Edited By Umakant yadav,Updated: 15 May, 2020 12:03 PM
कोरोना वायरस के बीच उत्तर प्रदेश के कानपुर आईआईटी के वैज्ञानिकों ने बुखार की समस्या का नया हल खोज निकाला है। अब बुखार नापने के लिए मरीज को डॉक्टर के पास नहीं जाना होगा। संस्थान के प्रोफेसरों...
कानपुर: कोरोना वायरस के बीच उत्तर प्रदेश के कानपुर आईआईटी के वैज्ञानिकों ने बुखार की समस्या का नया हल खोज निकाला है। अब बुखार नापने के लिए मरीज को डॉक्टर के पास नहीं जाना होगा। संस्थान के प्रोफेसरों ने फ्लैक्सिबल इलेक्ट्रानिक एक्जीलैरी थर्मामीटर (फिएट) का विकास किया है। इसकी मदद से अब मोबाइल पर ही मरीज की बुखार की रिपोर्ट आ जाएगी।
टीम ने लंबे शोध के बाद हासिल की सफलता
बता दें कि आईआईटी स्थित नेशनल सेंटर ऑफ फ्लैक्सिबल इलेक्ट्रानिक्स के प्रो. बी मजहरी और उनकी टीम प्रो. विश्वनाथ पांडा, सूरज मलिक और विग्नेश टी ने मिलकर लंबे शोध के बाद फिएट को बनाने में सफलता हासिल की है। प्रो. बी मजहरी ने बताया कि अक्सर तापमान लेने के दौरान मरीज को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। सामान्य तौर पर इस्तेमाल किए जाने वाले डिजिटल थर्मामीटर को बैटरी खत्म होने की समस्या से भी जूझना पड़ता है। जिसके अन्तर्गत फिएट इन समस्याओं को दूर करेगा।
जानें किस तरह से करेगा यह काम?
फिएट के दो हिस्से होंगे। एक कपड़े का पैच और दूसरा मोबाइल बेस्ड इलेक्ट्रानिक रीडर। कपड़े के पैच का एक हिस्सा मरीज के आर्मपिट (बगल) में लगा रहेगा और दूसरा बाहर की तरफ लटका रहेगा। जब भी मरीज का तापमान लेना होगा तो मोबाइल बेस्ड इलेक्ट्रानिक रीडर को मरीज के बाहर लटक रहे पैच से टच करेगा तो उसका तापमान मोबाइल पर आ जाएगा। साथ ही, मरीज का तापमान भी रिकॉर्ड हो जाएगा।
इसके उपयोग से टलेगा संक्रमण फैलने का खतरा
इसके साथ ही एक ही थर्मामीटर को कई बार इस्तेमाल करने से होने वाले संक्रमण का खतरा भी टल जाएगा। उन्होंने बताया कि फिएट में इस्तेमाल होने वाला पैच मात्र 20 से 25 रुपए में तैयार होगा। इसे लंबे समय तक के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।