Edited By Ajay kumar,Updated: 19 Jan, 2023 07:29 PM

अरौल थानाक्षेत्र अंतर्गत बुधवार को कमरे में फांसी पर लटकते युवक का शव मिलने से हड़कंप मच गया। पत्नी के पहुंचने पर घटना की जानकारी हो सकी। सूचना पर पहुंचकर पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की। कई दिनों से फांसी पर शव लटकने की जानकारी होते ही मौके पर...
कानपुर: एक महीने बाद मायके से लौटी पत्नी उस समय सन्न रह गई जब उसके पति का शव फंदे से लटका मिला। बता दें कि अरौल थानाक्षेत्र अंतर्गत बुधवार को कमरे में फांसी पर लटकते युवक का शव मिलने से हड़कंप मच गया। पत्नी के पहुंचने पर घटना की जानकारी हो सकी। सूचना पर पहुंचकर पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की। कई दिनों से फांसी पर शव लटकने की जानकारी होते ही मौके पर ग्रामीणों की भीड़ लग गई। गिलवट अमीनाबाद गांव में (28) वर्षीय सुदामा शर्मा का शव फांसी पर लटकता मिला।
युवक का पत्नी के साथ किसी बात को लेकर हुआ था झगड़ाः पुलिस
सूचना पर पहुंचे थाना प्रभारी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि बीते 17 दिसंबर को युवक का पत्नी कीर्ति शर्मा के साथ किसी बात को लेकर बहस व झगड़ा हो गया था जिसके बाद पत्नी कीर्ति बच्चों के साथ अपने मायके चली गई थी। बताया कि अनुमान लगाया जा रहा है कि उसी ही दिन युवक ने दरवाजा बंदकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली होगी। कमरा अंदर से बंद होने के कारण किसी को घटना की जानकारी नहीं हो सकी। अन्य परिवारिक जन सुदामा के घर से काफी दूर रहते थे जिसके चलते उनको भी किसी प्रकार की भनक नहीं लगी। इधर बुधवार शाम कीर्ति जब अपने मायके से लौटी तो उसका शव कमरे के अंदर लटकता देखा गया। जिससे चीख पुकार मच गई। महिला ने आसपास के लोगों व अन्य पारिवारिक जनों को सूचना दी। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से शव को नीचे उतरवार पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। फांसी लगाए एक माह का समय बीत जाने की वजह से शव से बदबू आने लगी थी।
युवक ने फांसी लगा की आत्महत्या
चौबेपुर। थाना क्षेत्र के अलौलापुर गांव निवासी (38) वर्षीय अमर सिंह उर्फ पप्पू खेती किसानी करते थे। परिजनों ने बताया कि बीते कुछ दिनों से अमर सिंह मानसिक रूप से परेशान रहते थे। बुधवार दोपहर वह खाना खाने के बाद घर से निकले थे। इसके बाद घर के पास नीम के पेड़ में उन्होंने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल कर मामले की जांच शुरू की। इस संबंध में थाना प्रभारी जगदीश पांडे ने बताया कि आत्महत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है।