Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 29 Jul, 2020 11:52 AM
हरदोई के गोपामऊ से सांसद जय प्रकाश रावत ने अपनी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। अपना दर्द बयां करते हुए सोशल मीडिया के माध्यम से लिखा कि 30 वर्ष से राजनीति में हैं, लेकिन ऐसी बेबसी उन्होंने नहीं देखी है। सांसद ने फेसबुक पर अपनी...
हरदोईः हरदोई के गोपामऊ से सांसद जय प्रकाश रावत ने अपनी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। अपना दर्द बयां करते हुए सोशल मीडिया के माध्यम से लिखा कि 30 वर्ष से राजनीति में हैं, लेकिन ऐसी बेबसी उन्होंने नहीं देखी है। सांसद ने फेसबुक पर अपनी भड़ास निकाली और लिखा कि हमको कौन सुनता है? 30 वर्ष की राजनीति में और अपनी ही पार्टी के कार्यकाल में ऐसी बेबसी नहीं देखी है।
फेसबुक पर उन्होंने लिखा कि जब से ऊपर से आदेश हो गया कि अधिकारी अपने विवेेक से काम करें, तो हमको कौन सुनेगा? हमने तो 30 वर्ष के कार्यकाल में ऐसी बेबसी कभी महसूस नहीं की। इतना ही नहीं जब अन्य लोगों ने कमेंट किए तो उन्होंने लिखा कि वास्तव में मैं चकित हूं। प्रदेश में तो एमपी-एमएलए की कोई सुनने वाला नहीं है।
बता दें कि एक फेसबुक यूजर ने एक पोस्ट लिखी कि कोविड-19 के दौरान सांसद और विधायकों ने अपनी निधि का जो पैसा दिया था उससे अगर हरदोई जिला अस्पताल में एक वेंटिलेटर मशीन लग जाए तो लोगों को कोरोना के बाद आगे भी बहुत राहत मिलेगी। इस पर गोपामऊ के बीजेपी विधायक श्याम प्रकाश ने कमेंट करते हुए लिखा कि सब कमीशनखोरी की भेंट चढ़ गया है।
वहीं इसके बाद ही सांसद जय प्रकाश ने लिखा कि मैंने अपनी निधि इसी शर्त पर दी थी कि वेंटिलेटर खरीदा जाए, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। पैसा कहां गया पता नहीं। इसके बाद जब अन्य यूजरों ने कई कमेंट किए तो सांसद ने लिखा कि मुझे खुद पर शर्म आती है, क्योंकि बीजेपी विधायक और सांसद की सुनने वाला कोई नहीं है। सांसद ने लिखा कि ऊपर से यह निर्देश होगा कि अधिकारी अपने विवेक से काम करें तो हमारी कौन सुनेगा? हमने अपने तीस वर्षों के कार्यकाल में ऐसी बेबसी कभी महसूस नहीं की। इससे पहले हरदोई के गोपामऊ से विधायक श्याम प्रकाश के भी मौजूदा सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला था।