Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 19 May, 2023 06:35 PM

गाजियाबाद-अलीगढ़ एक्सप्रेसवे ने 100 लेन किलोमीटर लंबे हिस्से में 100 घंटों में डामर-कंक्रीट बिछाकर रिकॉर्ड कायम किया है। शुक्रवार को एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई। सड़क परिवहन एवं ...
नई दिल्ली, Ghaziabad-Aligarh Expressway: गाजियाबाद-अलीगढ़ एक्सप्रेसवे ने 100 लेन किलोमीटर लंबे हिस्से में 100 घंटों में डामर-कंक्रीट बिछाकर रिकॉर्ड कायम किया है। शुक्रवार को एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि यह उपलब्धि भारत के सड़क अवसंरचना उद्योग के काम के प्रति समर्पण को दर्शाती है।
इस उपलब्धि पर आयोजित कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संबोधित करते हुए सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग-34 का 118 किलोमीटर लंबा गाजियाबाद-अलीगढ़ खंड दोनों शहरों के बीच परिवहन संपर्क के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा कि यह परियोजना उत्तर प्रदेश के विभिन्न कस्बों और शहरों से गुजरती है। इनमें दादरी, गौतम बुद्ध नगर, सिकंदराबाद, बुलंदशहर और खुर्जा आते हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस सड़क परियोजना से व्यापार और माल की आवाजाही में सुविधा होगी।

बता दें कि गाजियाबाद-अलीगढ़ एक्सप्रेसवे की शुरुआत 15 मई को हुई थी और गुरुवार 19 मई को 100 घंटे पूरे हो गए। ये 6 लेन एक्सप्रेसवे है। वहीं सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने अपने ट्वीट में लिखा कि NH-34 का गाजियाबाद-अलीगढ़ खंड, जो 118 किलोमीटर में फैला है, गाजियाबाद और अलीगढ़ के घनी आबादी वाले क्षेत्रों के बीच परिवहन लिंक के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह परियोजना दादरी, गौतम बौद्ध नगर, सिकंदराबाद, बुलंदशहर और खुर्जा सहित उत्तर प्रदेश के विभिन्न कस्बों और शहरों से होकर गुजरती है। यह एक महत्वपूर्ण मार्ग जो माल की आवाजाही को सुविधाजनक बनाता है और औद्योगिक क्षेत्रों, कृषि क्षेत्रों और शैक्षणिक संस्थानों को जोड़कर क्षेत्रीय आर्थिक विकास में योगदान देता है।