Edited By Anil Kapoor,Updated: 23 Nov, 2023 01:31 PM

Lucknow News: उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में हलाल प्रमाणीकरण जारी करने वाली कंपनियों पर प्रतिबंध लगाने के बाद खाद्य सुरक्षा और औषधि प्राधिकरण (एफएसडीए) की इकाइयों ने उत्पादों का निरीक्षण और जब्त करना जारी रखा है। जबकि राज्यव्यापी समीक्षा...
Lucknow News: उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में हलाल प्रमाणीकरण जारी करने वाली कंपनियों पर प्रतिबंध लगाने के बाद खाद्य सुरक्षा और औषधि प्राधिकरण (एफएसडीए) की इकाइयों ने उत्पादों का निरीक्षण और जब्त करना जारी रखा है। जबकि राज्यव्यापी समीक्षा गुरुवार के लिए यानी आज के लिए निर्धारित की गई है, जिलों ने विभिन्न स्थानों पर खोज अभ्यास जारी रखा है। लखनऊ में सहायक खाद्य आयुक्त एसपी सिंह के नेतृत्व में एफएसडीए की टीम ने चार स्थानों से 26 हजार रुपये से अधिक की सामग्री जब्त की। इसी तरह, प्रयागराज में भी एफएसडीए की टीम ने विभिन्न दुकानों का निरीक्षण किया। सहायक आयुक्त, खाद्य, ममता ने उन टीमों का नेतृत्व किया जिन्होंने पिछले दो दिनों में 95 स्थानों को स्कैन किया। छापेमारी में 6500 रुपये के सैंपल जब्त कर लैब भेजे गए।
गोरखपुर में अलग-अलग स्थानों से 40 हजार रुपये की खाद्य सामग्री की गयी जब्त
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, उत्पादों में कुछ कन्फेक्शनरी के अलावा बेकिंग सोडा, कोको पाउडर, वेज बर्गर पैटीज़ और वेज मोमोज जैसे खाने के लिए तैयार खाद्य पदार्थ शामिल थे। गोरखपुर में शहर के बाजार में अलग-अलग स्थानों से 40 हजार रुपये की खाद्य सामग्री जब्त की गयी। हितेंद्र मोहन त्रिपाठी के नेतृत्व में टीमों ने नूडल्स, टॉफी, कॉफी, ब्राउन शुगर और खाद्य करी मिश्रण जैसी वस्तुओं के नमूने एकत्र किए। अयोध्या में माणिक चंद्र सिंह के नेतृत्व में एक टीम ने मुख्य शहर के बाजार से पैक मसालों के नमूने एकत्र किए।
कुछ स्थानों पर कोई गलत ब्रांड वाली सामग्री नहीं पाई गई
बताया जा रहा है कि इसी तरह की छापेमारी कानपुर, अयोध्या, गौतमबुद्ध नगर, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, गोरखपुर, इटावा, औरैया और रायबरेली सहित दो दर्जन से अधिक जिलों में की गई। औषधि निरीक्षकों ने कुछ केंद्रीय जिलों में भी टीमों का नेतृत्व किया और मेडिकल स्टोरों की जांच की, जहां उन्होंने हर्बल चाय और स्वास्थ्य रस जैसी सामग्री जब्त की। हालाँकि, कुछ स्थानों पर कोई गलत ब्रांड वाली सामग्री नहीं पाई गई। कानपुर में सहायक आयुक्त (खाद्य) विजय प्रताप सिंह और उनकी टीम ने 19 स्थानों पर तलाशी ली, लेकिन खाली हाथ लौटे।