Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 29 Apr, 2023 01:33 PM

अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर शनिवार को झांसी में असद और गुलाम एनकाउंटर की हकीकत जानने के लिेेए घटनास्थल पर पहुंचे। यहां उन्होंने एनकाउंटर स्पोट का निरीक्षण किया और सीन रीक्रिएशन भी दोहराया...
झांसी: अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर शनिवार को झांसी में असद और गुलाम एनकाउंटर की हकीकत जानने के लिेेए घटनास्थल पर पहुंचे। यहां उन्होंने एनकाउंटर स्पोट का निरीक्षण किया और सीन रीक्रिएशन भी दोहराया। इसके बाद उन्होंने कई बिंदुओं पर जांच कर साक्ष्य जुटाए हैं। अमिताभ ठाकुर ने कहा कि उन्होंने कहा कि एनकाउंटर संदिग्ध है जो हत्या की ओर इशारा कर रहा है।

अमिताभ ठाकुर ने कहा कि यह एनकाउंटर संदिग्ध है और हत्या की ओर इशारा करता है। मौके की परिस्थितियां, तथ्य और क्लू के अलावा एसटीएफ की ओर जारी की गई फोटो व वीडियो और नवेंदु कुमार द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर में भारी विरोधाभास है। पूरा ताना-बाना संदेहजनक है। मौका का निरीक्षण करने के बाद और भी तथ्य निकलकर सामने जरूर आएंगे। मैंने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में शिकायत भेजी थी। आयोग ने मामले की जांच शुरू कर दी है। इसकी सूचना ईमेल के जरिए मुझे भेजी गई है। असद गुलाम एनकाउंटर प्रथमदृष्टया घोर संदिग्ध नजर आ रहा है। कई ऐसी बातें हैं जो इसकी सत्यता को प्रभावित करती दिख रही हैं।

बता दें कि 13 अप्रैल को माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर गुलाम का एनकाउंटर हुआ था। झांसी में 13 अप्रैल को शार्प शूटर गुलाम और असद के साथ बड़ागांव थाना क्षेत्र के अंतर्गत पारीछा बांध के जंगलों में प्रयागराज एसटीएफ और पुलिस के साथ मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ के दौरान असद और गुलाम की मौत हो गई। जिसके बाद से एनकाउंटर पर सवाल उठाए जा रहे हैं।