Edited By Pooja Gill,Updated: 26 Dec, 2024 09:07 AM
महाकुंभनगर: दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक समागम महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाने आने वालों को तीन स्तरीय जांच के बाद ही मेला क्षेत्र में प्रवेश मिलेगा।महाकुंभनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने बताया कि महाकुंभ, प्रयागराज और आसपास के...
महाकुंभनगर: दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक समागम महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाने आने वालों को तीन स्तरीय जांच के बाद ही मेला क्षेत्र में प्रवेश मिलेगा। महाकुंभनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने बताया कि महाकुंभ, प्रयागराज और आसपास के जिलों में तीन स्तरीय सुरक्षा तंत्र मुस्तैद किया गया है, जिससे एक एक श्रद्धालु की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाया जाए।
'महाकुंभ पर पूरी दुनिया की नजर टिकी है'
महाकुंभनगर में पुलिस ने कई चेकिंग प्वाइंट बनाए हैं। संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए पुलिस का खुफिया दस्ता सक्रिय है। इनका काम किसी भी संदिग्ध गतिविधियों पर पैनी नजर रखने के साथ साथ वरिष्ठ अधिकारियों से तालमेल बनाकर सेफ्टी ऑपरेशन को मजबूती से लागू करना है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि महाकुम्भ को अविस्मरणीय बनाया जाए। गलत इरादों को लेकर यहां कोई भी प्रवेश न कर सके, इसके लिए जनपद प्रवेश के दौरान एक एक व्यक्ति की चेकिंग का इंतजाम किया गया है। इसके लिए सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत और हाईटेक किया जा रहा है। महाकुंभ पर पूरी दुनिया की नजर टिकी है।
नए साल को लेकर अलर्ट पर पुलिस
नए साल को लेकर महाकुंभनगर की पुलिस पूरे अलर्ट मोड में आ गई है। मेले में मंदिरों और प्रमुख स्थानों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। द्विवेदी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी का विशेष फोकस इस बार डिजिटल महाकुंभ पर है। इसी के मद्देनजर दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक आयोजन में आटिर्िफसिल इंटेलिजेंस (एआई) कैमरों का इस्तेमाल शुरू किया है। इसके अलावा ड्रोन, एंटी ड्रोन और टी थडर् ड्रोन अपने स्तर पर अलग अलग मोर्चे पर तैनात किए गए हैं। देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की साइबर सुरक्षा का भी विशेष इंतजाम किया गया है। साइबर पेट्रोलिंग भी तेज कर दी गई है। महाकुंभनगर की सुरक्षा व्यवस्था में सबसे काबिल पुलिसकर्मियों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है।