Edited By Purnima Singh,Updated: 07 Jan, 2025 04:37 PM
सहारनपुर के जिला महिला अस्पताल में गर्भवती महिलाओं की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है। ऑपरेशन के दौरान उनके पेट में कपड़े छोड़ दिए जाते हैं और फिर अन्य अस्पताल में ऑपरेशन होते हैं तो इस चीज का खुलासा होता है। 13 दिसंबर 2024 को साढ़ौली पिलखना की रहने...
सहारनपुर (रामकुमार पुंडीर) : सहारनपुर के जिला महिला अस्पताल में गर्भवती महिलाओं की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है। ऑपरेशन के दौरान उनके पेट में कपड़े छोड़ दिए जाते हैं और फिर अन्य अस्पताल में ऑपरेशन होते हैं तो इस चीज का खुलासा होता है। 13 दिसंबर 2024 को साढ़ौली पिलखना की रहने वाली करिश्मा के पेट में तौलिया छोड़ने के मामले की जांच अभी पूरी भी नहीं हुई थी कि एक और चौकाने वाला मामला सामने आया है। आरोप है कि ऑपरेशन के दौरान महिला के पेट में कपड़ा छोड़ दिया गया। 11 माह तक महिला दर्द से तड़पती रही। हाल ही में चंडीगढ़ पीजीआई में ऑपरेशन के दौरान महिला के पेट से कपड़ा निकाला गया। महिला की हालत गंभीर बनी हुई है।
जानें पूरा मामला
गांव टिकरौल निवासी सचिन धीमान ने बताया कि 22 जनवरी 2024 को उसकी पत्नी मीनू धीमान को प्रसव पीड़ा के चलते सहारनपुर के जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां पर डॉक्टरों ने मीनू का ऑपरेशन किया और मीनू ने एक लड़के को जन्म दिया था, लेकिन ऑपरेशन के अगले ही दिन मीनू के पेट में दर्द की शिकायत शुरू हुई। जिसके बाद विभिन्न डॉक्टरों को दिखाया गया लगभग 11 महीने तक मीनू दिन प्रतिदिन इस दर्द से तड़पती रही और आखिर में चंडीगढ़ पीजीआई में ऑपरेशन के दौरान महिला के पेट से कपड़ा निकाला गया। जिससे मीनू की आंत फट गई और शरीर में संक्रमण फैल गया। मीनू फिलहाल पीजीआई में भर्ती है। उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
पीड़ित ने वीडियो जारी कर बताई डॉक्टरों की लापरवाही
पीड़ित सचिन धीमान ने अपना वीडियो जारी कर बताया कि 22 जनवरी 2024 को सहारनपुर के जिला महिला अस्पताल में ऑपरेशन से लड़के ने जन्म लिया था। लड़का होने के अगले ही दिन जच्चा की तबीयत खराब हुई और उसकी प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टर ने गैस का दर्द बता कर मीनू को घर भेज दिया लेकिन तबीयत में सुधार नहीं हो पाया सहारनपुर के विभिन्न डॉक्टर और हरिद्वार के डॉक्टर को भी मीनू को दिखाया लेकिन किसी की भी समझ में कुछ नहीं आ रहा था और सभी डॉक्टरों ने हाथ खड़े कर दिए। जब मीनू के पेट से पस निकलने लगा तब जाकर वह अपनी पत्नी को लेकर चंडीगढ़ पीजीआई पहुंचे। जहां पर डॉक्टरों ने मीनू का ऑपरेशन किया। ऑपरेशन के दौरान मीनू के पेट से कपड़ा निकाला गया।
सचिन धीमान बताते हैं कि यह वही कपड़ा है जिसको सहारनपुर जिला महिला अस्पताल में मीनू के ऑपरेशन के दौरान छोड़ गया था। सचिन धीमान ने अपना वीडियो जारी कर लापरवाही करने वाले डॉक्टरों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है ताकि डॉक्टर ऐसा अपराध किसी और के साथ ना कर सके। इस मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रवीण कुमार ने बताया कि पिछले महीने महिला के पेट में छोड़े गए कपड़े की जांच चल रही है। हाल ही में जो वीडियो सामने आ रहे हैं। उसकी जानकारी उनको नहीं है। अगर कोई उनको इसकी लिखित में जानकारी देगा तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी।