Edited By Purnima Singh,Updated: 06 Jun, 2025 05:27 PM

वृंदावन के सुप्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। देश से लेकर विदेश तक के लोग वृंदावन उनके दर्शन के लिए पहुंचते हैं। खासकर युवा पीढ़ी के बीच उनकी लोकप्रियता अत्यधिक है.....
मथुरा : वृंदावन के सुप्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। देश से लेकर विदेश तक के लोग वृंदावन उनके दर्शन के लिए पहुंचते हैं। खासकर युवा पीढ़ी के बीच उनकी लोकप्रियता अत्यधिक है। संत प्रेमानंद महाराज के विचारों ने युवा पीढ़ी को आध्यात्म का रास्ता दिखाया है। उनमें बहुत हद तक बदलाव भी देखा जा सकता है। सोशल मीडिया पर आए दिन उनके सत्संग का कोई न कोई वीडियो वायरल होता रहता है।
'200 से 300 बार हाथ धुलता हूं'.. भक्त की बात सुन हर कोई सन्न
संत अपने सत्संग के माध्यम से लोगों को सांसारिक और आध्यात्मिक जीवन का ज्ञान देते हैं। अक्सर, सत्संग के बाद श्रद्धालु प्रेमानंद महाराज से अपनी तमाम तरह की समस्याओं को लेकर प्रश्न पूछते हैं, जिसका संत बहुत सहजता से उत्तर भी देते हैं। धर्मगुरू प्रेमानंद महाराज के पास एक ऐसा भक्त पहुंचा जिसकी बात सुन हर कोई सन्न रह गया। उसने संत से कहा कि जबसे कोरोना शुरू हुआ है, तब से हर दिन सेनेटाइजर का उपयोग करता हूं और हाथ धुलता हूं। कभी-कभी तो दिन में 200 से 300 बार हाथ धुल लेता हूं। चारों तरफ वायरस का खतरा लगता है। ऐसा लगता है कि अगर मैं हाथ नहीं धुलूंगा तो मुझे कुछ हो जाएगा। मेरे इस स्वभाव को देख मेरी मां रोने लगती हैं।
'2 से 3 घंटे नहाता हूं, पूरा एक साबून खत्म कर देता हूं'
भक्त की बात सुन संत ने कहा डर किस बात का मेरी तो दोनों किडनियां खराब हैं। मैं तो कभी भी मर सकता हूं। आए दिन मेरा डायलिसिस होता है। मेरे साथ कभी भी कुछ हो सकता है। यहां तो मरने के लिए तैयार हूं, कोई डर नहीं, निडर हूं। तुम जवान होकर भी डर रहे हो। भक्त ने आगे संत से कहा कि महाराज जी मेरा जो परिवार है वह बहुत पूजा-पाठ करता है, फिर भी मुझे इतना डर लगता है। अगर मैं बाहर निकलता हूं तो घर आकर के 2 से 3 घंटे नहाता हूं। पूरा एक साबून खत्म कर देता हूं।
शौच के बाद साबुन लगाकर हाथ जरूर धुल लेना-संत
भक्त की इस परेशानी का संत ने सहजता से जवाब देते हुए कहा कि अगर तुमको यह डर लगता है कि तुमको कुछ हो जाएगा तो एक बार मुझपर भरोसा करके छोड़ दो, देखें तुमको कुछ हो जाएगा। संत ने आगे मजाकिया अंदाज में कहा कि बस शौच के बाद साबुन लगाकर हाथ जरूर धुल लेना।
'मैं बस या ऑटो में बैठ नहीं सकता'
भक्त ने आगे कहा कि महाराज जी मैं बस या ऑटो में बैठ नहीं सकता, किसी भी पब्लिक ट्रांसपोर्ट में सवारी नहीं कर सकता हूं। यह सुन संत बोले कि बड़ी समस्या है इसको तो। वहीं मौजूद एक शख्स ने तभी कहा कि मैं एक डॉक्टर हूं और इस युवक को साइकोलॉजिकल बीमारी है। जिसे ओसीडी भी कहते हैं। बता दें कि संत प्रेमानंद महाराज पहले भी कई बार अपनी मौत की भविष्यवाणी कर बोल चुके हैं कि मेरी उम्र 80 साल तक है और यह बात मुझसे एक महात्मा ने कही थी।