Edited By Umakant yadav,Updated: 15 Oct, 2021 10:54 AM
उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी की सहयोगी पार्टी अपना दल-सोनेलाल ने दलित या अन्य पिछड़ा वर्ग के किसी जनप्रतिनिधि को विधानसभा का उपाध्यक्ष बनाने की मांग की है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी की सहयोगी पार्टी अपना दल-सोनेलाल ने दलित या अन्य पिछड़ा वर्ग के किसी जनप्रतिनिधि को विधानसभा का उपाध्यक्ष बनाने की मांग की है।
अपना दल (एस) के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं विधान परिषद सदस्य आशीष पटेल ने बृहस्पतिवार को एक बयान में उक्त मांग करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष पद एवं विधान परिषद के सभापति पद पर वर्तमान में दलित और अन्य पिछड़ा वर्ग से ताल्लुक रखने वाला कोई जनप्रतिनिधि नहीं हैं। ऐसे में इन वर्गों में से किसी एक के विधायक को विधानसभा का उपाध्यक्ष बनाया जाना चाहिए। इससे अच्छा संदेश जायेगा।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा के उपाध्यक्ष का चुनाव 18 अक्टूबर को विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान किया जाना है। पटेल ने कहा है कि 2014 के लोकसभा चुनाव, 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव और 2019 के लोकसभा चुनाव में केंद्र की राजग सरकार और उत्तर प्रदेश की भाजपा गठबंधन की सरकार बनाने में पिछड़ा वर्ग एवं दलित वर्ग की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। ऐसे में अपना दल की इस मांग पर भाजपा प्रदेश नेतृत्व को गंभीरता से विचार करना चाहिए।