Edited By Anil Kapoor,Updated: 19 Apr, 2023 03:15 PM

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के प्रयागराज (Prayagraj) में एक सीजेएम अदालत (CJM Court) ने बुधवार को गैंगस्टर अतीक अहमद (Atiq Ahmad) के हत्यारों को 4 दिन की पुलिस हिरासत (Police Custody) में भेज दिया। विशेष जांच दल ने तीनों आरोपियों से पूछताछ के लिए...
प्रयागराज: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के प्रयागराज (Prayagraj) में एक सीजेएम अदालत (CJM Court) ने बुधवार को गैंगस्टर अतीक अहमद (Atiq Ahmad) के हत्यारों को 4 दिन की पुलिस हिरासत (Police Custody) में भेज दिया। विशेष जांच दल ने तीनों आरोपियों से पूछताछ के लिए रिमांड की मांग करते हुए अदालत (Court) में अर्जी दाखिल की थी। इससे पहले 16 अप्रैल को जिला अदालत ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। पुलिस रिमांड (Police Remand) के दौरान आरोपी अरुण मौर्य, सन्नी सिंह व लवलेश तिवारी से पुलिस पूछताछ करेगी कि 15 अप्रैल की रात अतीक अहमद (Atiq Ahmed) व उसके भाई अशरफ (Ashraf Ahmed) की हत्या (Murder) में किस हथियार का इस्तेमाल किया गया था, हथियार कहां से लाया था और उन्हें किसने दिया। पुलिस बदमाशों (Miscreants) से मर्डर की वजह भी जानने की कोशिश करेगी। तीनों आरोपियों को 23 अप्रैल को फिर से कोर्ट (Court) में पेश किया जाएगा।
अतीक-अशरफ के हत्यारों को सीसीटीवी निगरानी में रखा गया
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि तीनों शूटरों, अरुण मौर्य, सनी सिंह और लवलेश तिवारी पर सलाखों के पीछे हमले का खतरा मंडरा रहा है, जिसके कारण उन्हें उच्च सुरक्षा वाले सेल में स्थानांतरित कर दिया गया है और सीसीटीवी निगरानी में रखा गया है। अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ अहमद की प्रयागराज में मेडिकल जांच के लिए ले जाते समय शनिवार की रात मीडियाकर्मियों के रूप में लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। करीब प्वाइंट ब्लैंक रेंज से गोली लगने के बाद दोनों बदमाश मौके पर ही गिर पड़े। गैंगस्टर से राजनेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ का अंतिम संस्कार 16 अप्रैल को प्रयागराज के कसारी मसारी इलाके में एक पारिवारिक कब्रिस्तान में हुआ था।

हत्या से जुड़े इन सवालों को पूछ सकती है STF
एसटीएफ के उपमहानिरीक्षक अनंत देव तिवारी ने कहा कि आरोपियों की चार दिन की पुलिस रिमांड मिली है। अब हत्या से जुड़े सभी सवालों का पूछताछ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि शूटर किसी व्यक्ति या गिरोह से संबंध रखते हैं? उन्हें हथियार कहां से मिले? हत्या के पीछे असली मंशा क्या थी? हत्या किसके इशारे पर की गई। हत्याकांड की प्लानिंग कैसे की? बिना मोबाइल के कैसे एकजुट हुए ? क्या सिर्फ माफिया बनने के लिए की गई हत्या? क्या पहले किसी माफिया के लिए काम किया? जिस बाइक से आए, वह कहां से मिली? इन सभी सवालों पर चार दिन के अन्दर में STF पूछताछ के बाद मामले का खुलासा करेगी।