Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 27 Feb, 2021 05:54 PM
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि काशी की धरती पर जन्म लेकर संत रविदास ने भारत के सनातन धर्म की परम्परा को नयी ऊंचाइयां दीं। योगी ने सन्त रविदास जयन्ती के अवसर पर सन्त रविदास मन्दिर कृष्णा नगर में उनकी प्रतिमा पर...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि काशी की धरती पर जन्म लेकर संत रविदास ने भारत के सनातन धर्म की परम्परा को नयी ऊंचाइयां दीं। योगी ने सन्त रविदास जयन्ती के अवसर पर सन्त रविदास मन्दिर कृष्णा नगर में उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उन्होंने कैण्ट विधायक सुरेश चन्द्र तिवारी से सन्त रविदास के मन्दिर के सौन्दर्यीकरण की योजना बनाकर प्रस्तुत करने के लिए कहा। उन्होने कहा कि 645 वर्ष पूर्व महान सन्त रविदास का प्राकट्य हुआ था।
श्रद्धेय अटल जी कहा करते थे कि आदमी न छोटा होता है, न बड़ा होता है, न ऊंचा होता है, न नीचा होता है, आदमी तो सिर्फ आदमी होता है। यह भाव हम सब इस रूप में देख रहे हैं कि व्यक्ति अपने कर्मों के माध्यम से कैसे महानता हासिल करता है और कैसे लोकपूज्य हो सकता है। सन्त रविदास का जीवन चरित्र हम सबको इस बात की प्रेरणा प्रदान करता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा काशी स्थित सन्त रविदास जी की जन्मस्थली का सौन्दर्यीकरण कराया जा रहा है। भारतीय मनीषा ने धर्म को कर्तव्य माना है और उसकी जीती जागती प्रतिमूर्ति सन्त रविदास हैं। रविदास ने कहा था कि मन चंगा तो कठौती में गंगा। यदि हम अन्त:करण से शुद्ध हैं, तो साधना का प्रतिफल भी उसी रूप में प्राप्त होता है। सन्त रविदास ने जीवनपर्यन्त तमाम प्रकार के पाखण्डों का सामना करते हुए सनातन धर्म को मजबूती प्रदान करने का कार्य किया। उन्होने कहा कि सन्त रविदास सेवा समिति ने 83 वर्षों से सन्त रविदास जी की शिक्षाओं का प्रचार-प्रसार प्रधानमंत्री के ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत' की परिकल्पना को साकार करने में मददगार सिद्ध हो रहा है। उन्होंने कहा कि महान सन्त के आदर्शों से प्रेरणा ग्रहण करके हम सब अपने देश और समाज के कल्याण का मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं।