Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 24 Jun, 2021 05:07 PM
यूपी में विधानसभा चुनाव में केवल 6 महीने ही बाकी हैं। ऐसे सभी दल अपनी पार्टी को मजबूत करने में जुट गए है। पंचायत चुनाव के बाद पश्चिमी यूपी में पहली बार अस्तित्व में आई भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर की राजनीतिक विंग आजाद समाज पार्टी भी अपने...
आगराः यूपी में विधानसभा चुनाव में केवल 6 महीने ही बाकी हैं। ऐसे सभी दल अपनी पार्टी को मजबूत करने में जुट गए है। पंचायत चुनाव के बाद पश्चिमी यूपी में पहली बार अस्तित्व में आई भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर की राजनीतिक विंग आजाद समाज पार्टी भी अपने संगठन को मजबूत करने में जुट गई है। आजाद समाज पार्टी ब्लॉक से बूथ लेवल तक संगठन को मजबूत कर रही हैं।
इसी के आधार पर पार्टी 2022 का चुनाव लड़ेगी। पार्टी आगरा के 100 वार्डों में वार्ड अध्यक्षों की नियुक्ति करने में जुट गई है। वार्ड नम्बर 30 प्रेम नगर में अमित कुमार को वार्ड अध्यक्ष बनाया है। साथ ही बूथ कमेटियों का भी गठन कर दिया गया है। पार्टी का विस्तार करते हुए अब तक 15 वार्डों में वार्ड अध्यक्षों को नियुक्त किया जा चुका है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश मायावती की राजनीति का गढ़ माना जाता रहा है। इस गढ़ की बदौलत वह कई बार सत्ता पर काबिज हुई हैं, लेकिन पहली बार के पंचायत चुनाव में उतरी आजाद समाज पार्टी ने 40 से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल कर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि आजाद पार्टी ने पंचायत चुनाव में सीटें जीतकर अपना मजबूत स्थान बना लिया है। जिस तरह से युवा और महिलाएं इस पार्टी के साथ जुड़ रहा है। तो क्या ऐसा माना जाए कि आजाद समाज पार्टी आने वाले दिनों में बीएसपी के लिए मुसीबत खड़ी कर सकती है।