Edited By Pooja Gill,Updated: 08 May, 2023 03:36 PM

भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष व भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह देश की राजधानी दिल्ली में धरना दे रहे पहलवानों के समर्थन में जंतर मंतर पहुंचे जाट समुदाय और खाप पंचायतों के दबाव में आ गए है। जिसके चलते बृजभूषण सिंह ने सोशल मीडिया...
लखनऊः भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष व भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह देश की राजधानी दिल्ली में धरना दे रहे पहलवानों के समर्थन में जंतर मंतर पहुंचे जाट समुदाय और खाप पंचायतों के दबाव में आ गए है। जिसके चलते बृजभूषण सिंह ने सोशल मीडिया पर लाइव आकर लोगों के सामने अपनी बात रखी है। उन्होंने कहा कि, जो पहलवान खिलाड़ी आज मेरे खिलाफ धरना दे रहे है, मैंने हमेशा उनका साथ दिया है। मैंने उनके लिए अपना सब कुछ लुटा दिया है।

बता दें कि, पहलवान 23 अप्रैल से जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे हैं। बृजभूषण शरण सिंह पर कुछ महिला पहलवानों द्वारा यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया गया है। इस धरने में पहलवानों को कई राजनीतिक नेताओं का समर्थन मिल रहा है। कल यूपी, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान की तकरीबन एक दर्जन खाप देशवाल, राठी, बुड़ियांन, दुड्डा, बेनीवाल, कुंड, निर्वाल, बालियान, घनघस, लाटीयान, अहलावत और बत्तीसा के चौधरी और किसान जंतर मंतर पर इकट्ठा हुए और उन्होंन पहलवानों को अपना समर्थन दिया और बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग की। इसके बाद भाजपा सांसद दबाव में आ गए और उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी बात कही।

बात ऐसी करो, जिसका आधार होः बृजभूषण
बृजभूषण ने कहा कि, जो पहलवान धरना दे रहे हैं, हमने हमेशा उनका साथ दिया। देश की कुश्ती के लिए अपना सब कुछ लुटा दिया। अपनी जेब से 30 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। विदेश से मेडल लाने वाले पहलवानों को मैं अपने पास से डॉलर देता था। जो विरोध कर रहे हैं उन सभी लोगों ने मेरे हाथों से डॉलर लिए हैं। यौन शोषण के आरोपी बृजभूषण ने कविताओं के माध्यम से इशारों-इशारों में काफी कुछ कहा। वह बोले- बात ऐसी करो, जिसका आधार हो...।

साबित हो जाए तो मैं फांसी पर लटक जाऊंगाः बृजभूषण
बृजभूषण ने कहा कि, चाचा-ताऊ मेरी बात न मानो तो पहलवानी करने वाले अपने गांव के किसी बेटे-बेटी को एक मिनट अकेले में बुलाकर पूछ लेना। खुद ही पता चल जाएगा कि, जो आरोप बृजभूषण शरण सिंह पर लगा है वह सही है या गलत। बृजभूषण ने फिर दोहराया- एक भी गुनाह सही साबित हो जाए तो मैं फांसी पर लटक जाऊंगा। इनके पास कोई फोटो या वीडियो नहीं है, मैंने कभी इनको फोन तक नहीं किया। वहीं, उन्होंने यह भी कहा कि, यह लड़ाई मैं आपके बच्चों (जूनियर पहलवानों) के लिए लड़ रहा हूं। जो बच्चे ओलंपिक का सपना लेकर तैयारी कर रहे हैं। जो परिवार पहलवान को तैयार करने के लिए अपना पेट काटकर व्यवस्था करते हैं, यह लड़ाई उनके हक की है।