Edited By Mamta Yadav,Updated: 17 Jul, 2024 07:23 PM
लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी को मनमाफिक नतीजे नहीं मिले जिसके चलते भाजपा नेताओं में एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप का दौर भी देखने को मिला, जिसको लेकर छोटे से लेकर बड़े नेताओं तक के बयान देखने को मिले जिसमे वो हार का...
Meerut News, (आदिल रहमान): लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी को मनमाफिक नतीजे नहीं मिले जिसके चलते भाजपा नेताओं में एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप का दौर भी देखने को मिला, जिसको लेकर छोटे से लेकर बड़े नेताओं तक के बयान देखने को मिले जिसमे वो हार का ठीकरा एक दूसरे पर फोड़ते हुए नज़र आए। इसी क्रम में अब भाजपा के नेता और पूर्व राज्यमंत्री रहे पंडित सुनील भराला ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को हार की ज़िम्मेदारी लेते हुए तुरंत पद से हटने की नसीहत दे डाली है।
दरअसल, उत्तर प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री रहे पंडित सुनील भराला ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी को नसीहत देते हुए सोशल प्लेटफार्म एक्स पर लिखा है कि "संगठन सरकार से बड़ा होता है"- केशव प्रसाद मौर्य। वैसे ये पंडित दीनदयाल जी भाग 3 पर लिखा है। इस बयान पर मेरी समझ से संगठन की ज़िम्मेदारी भी बड़ी होती है। उपमुख्यमंत्री जी @kpmaurya1 जी का आशय यही रहा होगा की हार की बड़ी जिम्मेदारी संगठन की ही है। इसलिए प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी को अविलंब हार की नैतिक ज़िम्मेदारी लेते हुए अपने पद से त्यागपत्र दे देना चाहिए। भाजपा में ऐसी परिपाटी रही है जहां तत्कालीन अध्यक्षों जैसे कलराज मिश्र, विनय कटियार, आफ ने इस्तीफे दिए थे, संगठन का असली कार्यकर्ता वो ही है जो अपनी गद्दी से पहले अपने संगठन व पार्टी के बारे में सोचे।
गौरतलब है कि पूर्व राज्यमंत्री पंडित सुनील भराला को पार्टी ने बिजनौर लोकसभा का प्रभारी बनाया था जहां से भाजपा गठबंधन में शामिल हुई राष्ट्रीय लोकदल ने अपने प्रत्याशी के रूप में चंदन चौहान को चुनावी मैदान में उतारा था और उन्होंने चुनावी जीत दर्ज भी की थी लेकिन चुनावों के बाद सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर के बयान पर पलटवार करते हुए पूर्व राज्यमंत्री ने एक्स पर लिखा था कि मोदी जी व योगी जी पर हार का ठीकरा फोड़ना राजभर जी का पागलपन है। घोसी में ओमप्रकाश राजभर जी की जो हार हुई है इसका मुख्य कारण उनका बड़बोलापन है।