Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 14 Jan, 2022 07:24 PM
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (यूपीएमआरसी) ने राज्य के लोगों से मेट्रो कॉरीडोर के आसपास चाीइनीज मांझे या धातु के तार से पतंग न उड़ाने की अपील की है। यूपीएमआरसी की ओर से शुक्रवार को जारी बयान के अनुसार...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (यूपीएमआरसी) ने राज्य के लोगों से मेट्रो कॉरीडोर के आसपास चाीइनीज मांझे या धातु के तार से पतंग न उड़ाने की अपील की है। यूपीएमआरसी की ओर से शुक्रवार को जारी बयान के अनुसार मेट्रो कॉरिडोर के निकट पतंग न उड़ाने के लिए निरंतर जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। इसमें कहा गया है कि मकर संक्रांति एवं अन्य पारंपरिक पर्व के अवसर पर पतंग उड़ाने का रिवाज है।
यूपीएमआरसी ने मेट्रो की ओएचई लाइन से 25 हजार वोल्ट या 25 केवी के वोल्टेज की बिजली सप्लाई होने का हवाला देते हुये लोगों से लाइन के नजदीक पतंग उड़ाने समय बेहद ऐहतियात बरतने की अपील की है। इसमें कहा गया है कि कॉरिडोर पर रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक जब मेट्रो ट्रेनें नहीं चल रही होती हैं या तब भी ओवरहेड विद्युतीकरण के तार चार्ज होते हैं और उनमें विद्युत प्रवाह मौजूद रहता है।
मेट्रो प्रबंधन ने ताकीद की है कि पतंग उड़ाने में चाइनीज मांझों तथा कॉपर एवं अन्य धातुओं से बने तारों का इस्तेमाल होता है, जो बिजली के सुचालक भी होते हैं। मांझा, बिजली के तारों में शार्ट -सकिर्ट का मुख्य कारण बनता है। यूपीएमआरसी ने सभी शहरवासियों से मेट्रो कॉरिडोर के नजदीक चाइनीज मांझे या धातु की तार वाली पतंगबाजी को पूरी तरह से रोकने की मुहिम में सहयोग देने की अपील की है। मेट्रो कानून के मुताबिक यह दंडनीय अपराध भी है।