अखिलेश यादव के सरकारी बंगले में तोड़फोड़ की होगी जांच

Edited By Deepika Rajput,Updated: 08 Jul, 2018 11:28 AM

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के खाली किए सरकारी आवास की जांच के लिए विशेषज्ञों की एक कमेटी गठित की जाएगी। इसके लिए राज्य संपत्ति विभाग को पत्र लिखकर कमेटी के माध्यम से इसकी जांच कराने की संस्तुति की गई है।

लखनऊः सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के खाली किए सरकारी आवास की जांच के लिए विशेषज्ञों की एक कमेटी गठित की जाएगी। इसके लिए राज्य संपत्ति विभाग को पत्र लिखकर कमेटी के माध्यम से इसकी जांच कराने की संस्तुति की गई है।

बता दें कि, अखिलेश को बतौर पूर्व मुख्यमंत्री, विक्रमादित्य मार्ग का एक सरकारी आवास आवंटित था। उच्चतम न्यायालय के आदेश पर उन्हें इसे खाली करना पड़ा। आवास खाली किए जाते समय इसकी दीवारों में तोड़फोड़ की गई थी। शुरुआती रिपोर्ट में इस तोड़फोड़ से हुए मामूली नुकसान की बात कही गई थी। शासन ने यह रिपोर्ट मंजूर नहीं की। अखिलेश ने सफाई दी थी कि उन्होंने अपने खर्च से दीवारों में जो टाइल्स, एसी और नल की जो टोटियां लगवाई थी, उसे उनके कहने पर निकाला गया। यह अनुचित नहीं है, अगर सरकार को वे चीजें चाहिए, तो वह वापस करने को तैयार हैं। 

लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) मुख्यालय से राज्य संपत्ति अधिकारी को भेजे गए पत्र में तोड़फोड़ की जांच विशेषज्ञों की कमेटी से कराने की संस्तुति की गई है। पत्र में कहा गया है कि कमेटी में पीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंता (भवन) के साथ-साथ विभाग के चीफ आर्किटेक्ट, एक अधीक्षण अभियंता और उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम के एमडी को भी शामिल किया जाए। इस मामले में हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका भी दायर की गई है। 

सूत्रों के अनुसार, शासन को भेजी गई शुरुआती रिपोर्ट में कहा गया था कि पूर्व मुख्यमंत्री के सरकारी आवास में एसी निकालने के दौरान दीवारों में तोड़फोड़ की गई थी। लेकिन लोक निर्माण विभाग ने इस मामले को लेकर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने का मन बनाया है।
 

Related Story

Trending Topics

img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!