Edited By Ajay kumar,Updated: 31 Jan, 2020 10:20 AM
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जामिया नगर इलाके में सीएए प्रदर्शन के दौरान फायरिंग की घटना की निन्दा की है।
लखनऊ:उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जामिया नगर इलाके में सीएए प्रदर्शन के दौरान फायरिंग की घटना की निन्दा की है। वहीं उन्होंने अपने ट्वीट में सरकार पर हमला करते हुए कहा कि सत्ताधारी जिस प्रकार समाज में नफऱत भर रहे हैं। यह उसी का दुष्परिणाम है। राजनीति द्वारा पोषित घृणा से भटक रहे युवाओं व ख़ुद को बचाना हर नागरिक का कर्तव्य है।
गौरतलब है कि राजधानी दिल्ली में जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के पास बृहस्पतिवार को संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे एक समूह पर एक व्यक्ति द्वारा पिस्तौल से गोली चलाए जाने के बाद हजारों लोग और पुलिसकर्मी आमने सामने आ गए। व्यक्ति द्वारा चलायी गई गोली से एक छात्र घायल हो गया जबकि घटना के बाद उक्त व्यक्ति पिस्तौल हवा में लहराते और यह चिल्लाते हुए निकला कि ‘‘ये लो आजादी।''
रात होने के साथ ही क्षेत्र में व्यापक प्रदर्शन शुरू हो गया। आंदोलनकारी छात्र और विश्वविद्यालय के पास जमा अन्य सैकड़ों लोगों ने बैरिकेड तोड़ दिये और पुलिसकर्मियों से भिड़ गए। महिलाओं सहित कुछ प्रदर्शनकारियों को जबर्दस्ती ले जाते हुए देखा गया। कई ने राष्ट्रीय गान गाया। पुलिस ने गोली चलाने वाले व्यक्ति को पकड़ लिया और उसे गिरफ्तार कर लिया।
घायल छात्र शाहदाब फारुक के हाथ से खून बहते हुए देखा गया। उसे एम्स ट्रामा सेंटर ले जाया गया। फारुक जनसंचार का छात्र है और वह कश्मीर का रहने वाला है। इस पूरी घटना से क्षेत्र में खलबली मच गई। यह घटना टेलीविजन कैमरों में रिकार्ड हो गई जिसमें दिखा कि हल्के रंग की पैंट और गहरे रंग की जैकेट पहने व्यक्ति पुलिस द्वारा बैरिकेड लगायी गयी खाली सड़क से निकलता है और मुड़़कर प्रदर्शनकारियों पर चिल्लाता है ‘‘ये लो आजादी।'' उसके पीछे पुलिसकर्मियों का एक समूह भी दिखा।
विशेष सीपी (खुफिया) प्रवीर रंजन ने कहा, ‘‘पुलिस जब तक प्रतिक्रिया जताती, व्यक्ति गोली चला चुका था। सब कुछ सेकंड में हुआ। जांच जारी है और मामले को अपराध शाखा को सौंप दिया गया है।'' उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने व्यक्ति को पकड़ लिया है। हम इसकी जांच कर रहे हैं कि वह किशोर है या नहीं।''