Edited By Mamta Yadav,Updated: 18 Oct, 2022 09:49 PM

उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के खेरागढ़ कस्बे में सोमवार को प्रसव के दौरान एक प्रसूता की मौत होने की घटना पर कार्रवाई करते हुए स्वास्थ्य विभाग ने उक्त ‘मैटरनिटी होम' को मंगलवार को सील कर दिया। खेरागढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (सीएचसी) के अधीक्षक डॉ....
आगरा: उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के खेरागढ़ कस्बे में सोमवार को प्रसव के दौरान एक प्रसूता की मौत होने की घटना पर कार्रवाई करते हुए स्वास्थ्य विभाग ने उक्त ‘मैटरनिटी होम' को मंगलवार को सील कर दिया। खेरागढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (सीएचसी) के अधीक्षक डॉ. मुकेश चौधरी के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम पुलिस बल के साथ बाईपास रोड पर अवैध रूप से चल रहे मैटरनिटी होम पर पहुंची।
मकान खाली करने के लिए एक सप्ताह का समय
डॉक्टर चौधरी ने बताया कि मैटरनिटी होम एक मकान में महज तीन कमरों में चल रहा था। उन्होंने बताया कि टीम जब मौके पर पहुंची तो मैटरनिटी होम में कोई डॉक्टर/कर्मचारी नहीं था, जिसके बाद टीम ने कमरों में ताला लगाकर उन्हें सील कर दिया। उन्होंने बताया कि भवन के अन्य कमरों में कई किराएदार रह रहे हैं, जिन्हें मकान खाली करने के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया है। डॉक्टर चौधरी ने कहा कि किराएदारों द्वारा मकान खाली किए जाने के बाद एक सप्ताह बाद उसे सील करके विस्तृत रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी।
मैटरनिटी होम की संचालिका डॉली पर लापरवाही का आरोप
गौरतलब है कि इस अवैध मैटरनिटी होम में सोमवार सुबह चीत निवासी 22 वर्षीय रेनू पत्नी की प्रसव के दौरान मृत्यु हो गई। परिजनों ने सोमवार दोपहर को मैटरनिटी होम की संचालिका डॉली चाहर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया, जिसके बाद वह फरार हो गई। घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने इसकी जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी को दी और परिजनों को समझा बुझाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पुलिस से मिली सूचना के आधार पर आज उक्त कार्रवाई की है।