Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 30 Sep, 2021 04:26 PM
कानपुर (Kanpur) के कारोबारी मनीष गुप्ता (Manish Gupta) की मौत मामले में यूपी के अपर पुलिस महानिदेशक, कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार (ADG L&O Prashant Kumar) ने बयान दिया है। एड...
लखनऊ: कानपुर (Kanpur) के कारोबारी मनीष गुप्ता (Manish Gupta) की मौत मामले में यूपी के अपर पुलिस महानिदेशक, कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार (ADG L&O Prashant Kumar) ने बयान दिया है। एडीजी ने कहा है कि उस रात एसएसपी, गोरखपुर के आदेश पर होटलों में चेकिंग हो रही थी। चेकिंग के दौरान मनीष गुप्ता आईडी (ID) नहीं दिखा पाए थे। पुलिस से बचने के लिए मनीष भागते समय गिर गए थे। इलाज के दौरान मनीष की मौत हो गई। वहीं इंस्पेक्टर की पोस्टिंग को लेकर एडीजी ने कहा कि इंस्पेक्टर को कैसे पोस्ट किया गया? इसको भी देखा जा रहा है। इंस्पेक्टर को पोस्ट करने के लिए अप्रूवल था या नहीं ये भी देखा जा रहा है।
बता दें कि गुरुवार को मनीष गुप्ता की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में जो बात सामने आई है, उसमें मनीष के चेहरे से लेकर शरीर के कई अंगों में गंभीर चोट के निशान मिले हैं। मृतक कारोबारी का परिवार से शुरू से पुलिस पर गंभीर आरोप लगाता रहा है। मामले की सीबीआई से जांच की भी मांग उठ रही है।
गोरखपुर के रामगढ़ताल में मनीष गुप्ता के शव का अंतिम संस्कार गुरूवार कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच कर दिया गया। कारोबारी का शव गोरखपुर से बुधवार रात कानपुर पहुंचा था। गुरूवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दौरे को देखते हुये पुलिस शव के अंतिम संस्कार को रात में ही कराने की कोशिश में जुटी थी जबकि परिजन दोषियों को सजा और मुख्यमंत्री से न्याय मांगने की मांग के साथ अंतिम संस्कार के लिये तैयार नहीं थे।