Edited By Ramkesh,Updated: 20 Apr, 2022 03:29 PM
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में 10 राजकीय संप्रेक्षण गृह और खोलने का फैसला किया है। दरअसल, प्रदेश में 26 राजकीय संप्रेक्षण गृह हैं, जिनकी क्षमता 1450 किशोरों के रखने की है लेकिन इनकी क्षमता से अधिक किशोर रखे गए है। जिसे देखते हुए सरकार ने...
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में 10 राजकीय संप्रेक्षण गृह और खोलने का फैसला किया है। दरअसल, प्रदेश में 26 राजकीय संप्रेक्षण गृह हैं, जिनकी क्षमता 1450 किशोरों के रखने की है लेकिन इनकी क्षमता से अधिक किशोर रखे गए है। जिसे देखते हुए सरकार ने यह फैसला लिया है। क्षमता से अधिक किशोर रखे जाने की वजह से संप्रेक्षण गृह में व्यवस्था देखने को मिलती है। आए दिन किशोर के फरार होने की घटनाएं सामने आती है। 10 राजकीय संप्रेक्षण गृह खुलने से इस घटनाओं में कमी आएगी। सरकार ने इसे लेकर बजट भी जारी कर दिया है। सरकार ने इसके लिए दो वर्ष के अन्दर ही चरणबद्ध तरीके से खोलेगी।
बता दें कि शाहजहांपुर का राजकीय संप्रेक्षण गृह सात करोड़ रुपये की लागत से तैयार हो रहा है। इसके बाद रायबरेली का संप्रेक्षण गृह बनकर तैयार हो जाएगा। इस गृहों में 100 किशोर रखे जाएगें। इसकी लागत के लिए सरकार ने 10 करोड़ रुपये मंजूर कर दी है। मीरजापुर,कानपुर, व चित्रकूट में भी 10-10 करोड़ रुपये की लागत से 100-100 की क्षमता वाले संप्रेक्षण गृह बन जाएंगे। इसके बाद सुल्तानपुर, महाराजगंज, अमरोहा, अलीगढ़ व फतेहपुर में भी 50-50 किशोरों की क्षमता के संप्रेक्षण गृह खोले जाएंगे। यहां पर सरकारी भवन न होने के कारण किराए पर संप्रेक्षण गृह चल रहा है। सरकार ने इसके संचालन के एक एक करोड़ प्रति वर्ष खर्च आएगा।