Edited By Anil Kapoor,Updated: 01 Jun, 2025 12:46 PM

Varanasi News: उत्तर प्रदेश एटीएस (ATS) ने देश विरोधी गतिविधियों में शामिल एक बड़ी साजिश का खुलासा किया है। वाराणसी के नवापुर हनुमान फाटक मोहल्ले से पकड़े गए मोहम्मद तुफैल अंसारी को लेकर कई चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। जांच में पता चला है कि...
Varanasi News: उत्तर प्रदेश एटीएस (ATS) ने देश विरोधी गतिविधियों में शामिल एक बड़ी साजिश का खुलासा किया है। वाराणसी के नवापुर हनुमान फाटक मोहल्ले से पकड़े गए मोहम्मद तुफैल अंसारी को लेकर कई चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। जांच में पता चला है कि तुफैल पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के लिए काम कर रहा था और भारत में युवाओं को गुमराह कर रहा था।
वॉट्सऐप ग्रुप बनाकर युवाओं को जोड़ा
मिली जानकारी के मुताबिक, पूछताछ में तुफैल ने माना कि उसने 'उम्मीद-ए-शहर' नाम से वॉट्सऐप ग्रुप बनाए थे। इन ग्रुप्स के जरिए वह वाराणसी, आजमगढ़, कानपुर, कन्नौज, रामपुर, मुरादाबाद और बरेली जैसे शहरों के युवाओं को जोड़ रहा था। ऐसे कुल 8 वॉट्सऐप ग्रुप बनाए गए थे। इन ग्रुप्स में पाकिस्तान से जुड़े आईएसआई एजेंट भी मौजूद थे जो भारत में साजिशें रच रहे थे।
पाकिस्तानी महिला से संपर्क और फर्जी सिम
तुफैल ने बताया कि उसका संपर्क पाकिस्तान की नफीसा नामक महिला से था, जो ISI के लिए काम करती थी। नफीसा ने तुफैल को भारत में फर्जी सिम कार्ड दिलाने में मदद की। यह सिम एक फर्जी नाम-पते पर लिया गया था और सीधे नफीसा के मोबाइल से जुड़ा हुआ था। इसी सिम के जरिए तुफैल भारत में नेटवर्क बना रहा था।
ISI एजेंट नौशाद मेमन से मुलाकात
साल 2022 में तुफैल ने पाकिस्तान में ISI एजेंट नौशाद मेमन से मुलाकात की थी। नौशाद मेमन पहले पंजाब से गिरफ्तार हो चुका है। उसकी गिरफ्तारी के बाद खुलासा हुआ था कि उसने दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग (Embassy) के एक अधिकारी को कई एक्टिव भारतीय सिम कार्ड दिए थे। इसके बाद तुफैल को निर्देश दिए गए कि वह वॉट्सऐप ग्रुप बनाए और युवाओं को जोड़कर उन्हें गुमराह करे।
ATS की गंभीर जांच जारी
एटीएस का मानना है कि तुफैल और नौशाद मिलकर भारत में ISI के नेटवर्क को फैला रहे थे। दोनों देश विरोधी गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल थे। ATS अब इन दोनों के बीच की कड़ी और बाकी जुड़े लोगों का पता लगाने में जुटी है। सभी सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं और जांच तेजी से की जा रही है।
तुफैल का शांत स्वभाव बना था ढाल
तुफैल वाराणसी की तंग गलियों में स्थित नवापुर मोहल्ले का रहने वाला है। पड़ोसियों के अनुसार वह बहुत शांत और चुपचाप रहने वाला व्यक्ति था। कोई यह सोच भी नहीं सकता था कि वह इतने बड़े नेटवर्क का हिस्सा हो सकता है। एक पड़ोसी ने बताया कि तुफैल दिन-रात मोबाइल में ही लगा रहता था और किसी से ज्यादा बात नहीं करता था। मोहल्ले के लोगों ने यह भी बताया कि उसके घर पर कई बार बाहर से अजनबी लोग आते थे, जो रात और शाम के समय चुपचाप अंदर चले जाते थे।
धार्मिक कार्यक्रमों में जाता था तुफैल
एक अन्य पड़ोसी के मुताबिक तुफैल को अक्सर मौलानाओं के साथ धार्मिक कार्यक्रमों में जाते देखा गया था। उसकी बातचीत में धार्मिक बातें ज्यादा होती थीं, जिससे वह मोहल्ले में अलग-थलग सा रहता था। फिलहाल तुफैल के घर के बाहर पुलिस तैनात है। उसके परिवार की कुछ महिलाएं घर के अंदर मौजूद हैं और दरवाजा बंद कर लिया है। मोहल्ले के लोग अब भी इस बात पर यकीन नहीं कर पा रहे हैं कि उनका पड़ोसी देश के खिलाफ इतना बड़ा गुनाह कर सकता है।