Edited By Anil Kapoor,Updated: 17 Jun, 2025 11:07 AM

Lucknow News: गोवा से लखनऊ आ रही इंडिगो की फ्लाइट 6E6811 में सोमवार को एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। फ्लाइट के उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद जोरदार टर्बुलेंस (हवा में झटके) महसूस किए गए, जिससे विमान अचानक नीचे की ओर झुकने लगा। इस घटना से फ्लाइट...
Lucknow News: गोवा से लखनऊ आ रही इंडिगो की फ्लाइट 6E6811 में सोमवार को एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। फ्लाइट के उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद जोरदार टर्बुलेंस (हवा में झटके) महसूस किए गए, जिससे विमान अचानक नीचे की ओर झुकने लगा। इस घटना से फ्लाइट में सवार 172 यात्रियों में अफरातफरी मच गई और सभी डर के साए में सफर करने को मजबूर हो गए।
टेक ऑफ के बाद ही शुरू हुआ डरावना सफर
यात्रियों के मुताबिक फ्लाइट ने गोवा से उड़ान भरते ही तेज झटके देने शुरू कर दिए। कुछ समय के लिए ऐसा लगा जैसे विमान नियंत्रण खो चुका हो। झटके इतने तेज थे कि कई यात्रियों की चीखें निकल गईं और सभी ने सीट बेल्ट कसकर पकड़ ली। करीब 2 घंटे 15 मिनट तक यात्री डर के माहौल में सफर करते रहे।
सोशल मीडिया पर शिकायत, क्रू पर लापरवाही का आरोप
इस घटना के बाद एक महिला यात्री अलहमरा खान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर अपनी आपबीती साझा की और DGCA (डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन) व PMO (प्रधानमंत्री कार्यालय) को टैग करते हुए शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि टेक ऑफ के बाद फ्लाइट में बहुत तेज झटके महसूस हुए और माहौल अहमदाबाद प्लेन क्रैश जैसा लगने लगा। उन्होंने आरोप लगाया कि फ्लाइट क्रू ने इस दौरान यात्रियों को कोई जानकारी नहीं दी, न ही कोई आश्वासन मिला जिससे डर और भी बढ़ गया।
यात्री बोले - कोई अनाउंसमेंट तक नहीं हुआ
अलहमरा ने लिखा कि हम 2 घंटे से ज्यादा समय तक डर में रहे, लेकिन न तो क्रू ने कुछ बताया और न ही कोई मदद की। क्या यह यात्रियों की सुरक्षा से खिलवाड़ नहीं है? अन्य यात्रियों ने भी बताया कि टर्बुलेंस के समय फ्लाइट में सन्नाटा छा गया था और क्रू के पास से कोई निर्देश या स्थिति की जानकारी नहीं दी गई।
DGCA ने शुरू की जांच
इस मामले पर इंडिगो एयरलाइंस की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन DGCA ने कहा है कि वे घटना की जांच शुरू कर रहे हैं। यात्रियों ने मांग की है कि ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए फ्लाइट क्रू को बेहतर ट्रेनिंग दी जाए, ताकि इमरजेंसी के समय वे यात्रियों को सही जानकारी और मानसिक संबल दे सकें।