Edited By Anil Kapoor,Updated: 02 Sep, 2024 10:26 AM
Maharajganj News: एक तरफ जहां उत्तर प्रदेश का बहराइच और सीतापुर जिला आदमखोर भेड़ियों के आतंक से देशभर में चर्चा का विषय बना हुआ है। जहां आदमखोर भेड़ियों के आतंक से पूरा बहराइच, सीतापुर जिला डरा और सहमा हुआ है, तो वहीं दूसरी तरफ महराजगंज जनपद में...
Maharajganj News: (मार्तण्ड गुप्ता) एक तरफ जहां उत्तर प्रदेश का बहराइच और सीतापुर जिला आदमखोर भेड़ियों के आतंक से देशभर में चर्चा का विषय बना हुआ है। जहां आदमखोर भेड़ियों के आतंक से पूरा बहराइच, सीतापुर जिला डरा और सहमा हुआ है, तो वहीं दूसरी तरफ महराजगंज जनपद में भी खूंखार तेंदुए का आतंक साफ तौर पर देखने को मिल रहा है, जिसके चलते लोग दिन हो या रात सुबह हो या शाम डर के माहौल में जीने को मजबूर हो रहे हैं। खूंखार तेंदुए से अपने आप को बचाने के लिए ग्रामीण रात-रात भर झुंड और समूह में लाठी-डंडों के साथ जागते हुए नजर आ रहे हैं, तो वहीं दिन में भी कुछ इसी तरह का हाल है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, महराजगंज जनपद के सोहगीबरवा जंगल से सटे नौतनवा थाना क्षेत्र स्थित रामनगर गांव में आदमखोर तेंदुए ने बीते दिनों जहां खेत में काम करने वाले किसान पर जानलेवा हमला कर गंभीर रूप से घायल लर दिया था। उसके बाद अब यह आदमखोर तेंदुआ बार-बार गांव के पास पहुंच रहा है, जिसकी दहाड़ से पूरा गांव डरा और सहमा हुआ है। गांव वालों कहना है कि पहले सब ठीक था लेकिन जिस तरह बहराइच और सीतापुर में बीते 10- 15 दिनों से आदमखोर भेड़िए का आतंक देखने को मिल रहा है, उसके बाद से ही जंगल से सटे गांव में लोग भी अब भयभीत हो गए हैं और डरे सहमे रह रहे हैं।
आपको बता दें कि जब पंजाब केसरी की टीम रात के करीब 2:00 बजे जहां पर तेंदुआ निकला था वहां पहुंची तो देखा कि लोग तेंदुए के डर से रात-रात भर जाग रहे हैं, लोग सो नहीं पा रहे हैं। लाठी और डंडों से अपनी जान माल की सुरक्षा करते हुए नजर आ रहे हैं । साथ ही साथ जंगल से सटे गांव में रखवाली करते हुए नजर आ रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि 10 से 15 दिन पहले वह बड़े ही आसानी से सुबह शाम अपने खेतों में और गांव में टहलते थे लेकिन, जिस तरह आदमखोर तेंदुए के द्वारा लोगों का शिकार किया जा रहा है उसके बाद से ही वह झुंड में निकलते हैं औऱ लाठी डंडों से सुरक्षा करते हुए नजर आ रहे हैं । साथ ही साथ समय-समय पर आग जलाते हुए नजर आ रहे हैं । ग्रामीणों का कहना है कि आदमखोर तेंदुए के मुंह में खून लग गया है, जिससे ग्रामीण डरे और सहमे हुए हैं। वहीं वन विभाग की टीम भी रात में काम्बिंग करती हुई नजर आ रही है।