Edited By Jagdev Singh,Updated: 17 Jul, 2019 12:32 PM
देवघर के प्रसिद्ध श्रावणी मेले का बुधवार को झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने उद्घाटन किया। समारोह स्थल दुम्मा में पिंकू महाराज की अगुवाई में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच अनुष्ठान विधि-विधान से मेले की शुरुआत हुई। इस दौरान सीएम रघुवर दास ने कहा कि...
रांची: देवघर के प्रसिद्ध श्रावणी मेले का बुधवार को झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने उद्घाटन किया। समारोह स्थल दुम्मा में पिंकू महाराज की अगुवाई में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच अनुष्ठान विधि-विधान से मेले की शुरुआत हुई। इस दौरान सीएम रघुवर दास ने कहा कि बाबा बैद्यनाथ के बिना सांस्कृतिक राजधानी देवघर की कल्पना बेमानी है। बाबा बैद्यनाथ की कृपा से राज्य का समग्र विकास हो रहा है।
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि देशभर से देवनगरी आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा मुहैया कराने के लिए झारखंड सरकार कृतसंकल्पित है। किसी को कोई भी शिकायत हो तो वह सोशल मीडिया के जरिए दर्ज कराएं, उस पर शीघ्र कार्रवाई होगी। हम देवघर को अंतरराष्ट्रीय स्तर का पर्यटन स्थल बनाने की तैयारी कर रहे हैं।
सीएम रघुवर दास ने कहा कि देवघर में प्रसाद योजना के तहत टेंडर की प्रक्रिया पूरी हो गई है। 19 करोड़ की लागत से देवघर में सांस्कृतिक केंद्र बनेगा। देवघर में फूड क्राफ्ट इंस्टीट्यूट 2020 तक काम करने लगेगा। बासुकीनाथ में भी 20 करोड़ की लागत से प्रसाद योजना शुरू होगी। देवघर को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाना सरकार की प्राथमिकता है। पर्यटन मंत्री अमर बाउरी भी उद्घाटन समारोह में मौजूद हैं।
इस वर्ष प्रशासनिक स्तर पर मेले का मूल मंत्र होगा स्वच्छता और विनम्रता। सीएम पहले पवित्र श्रावण मास के अवसर पर रावणेश्वर बैद्यनाथधाम और फिर वासुकिनाथधाम में श्रावणी मेले का उद्घाटन करेंगे। मुख्यमंत्री रघुवर दास सवा 10 बजे सुबह दुम्मा प्रवेश द्वार और 12 बजे दिन में फौजदारी बाबा के प्रांगण में होंगे।
मुख्यमंत्री दुम्मा प्रवेश द्वार पर झारखंड में कांवरियों की आगवानी भी करेंगे। मुख्यमंत्री का एक ही मंत्र है -स्वच्छता और विनम्रता बनी रहे। श्रावणी मास में बाबाधाम देवघर पधारें, द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक मनोकामना लिंग पर जल अर्पण कर अपनी मनोकामना पूर्ण करें।