Edited By Nitika,Updated: 25 May, 2020 05:16 PM
लॉकडाउन के बीच जहां एक तरफ बिहार पुलिस का मानवीय चेहरा देखने को मिला है, वहीं आज पुलिस का एक शर्मनाक चेहरा भी सामने आ गया है। पुलिस ने एफआईआर लिखने के लिए 10 हजार की मांग की।
पटनाः लॉकडाउन के बीच जहां एक तरफ बिहार पुलिस का मानवीय चेहरा देखने को मिला है, वहीं आज पुलिस का एक शर्मनाक चेहरा भी सामने आ गया है। पुलिस ने एफआईआर लिखने के लिए 10 हजार की मांग की। इतना ही नहीं दारोगा ने यहां तक भी कह दिया कि यह ई थाना है कोई बनिया की दुकान नहीं। यहां पर फ्री में एफआईआर नहीं होगा।
फ्री में दर्ज नहीं होगी एफआईआर
जानकारी के अनुसार, मामला पश्चिम चंपारण जिले के नरकटियागंज इलाके का है, जहां शिकारपुर थाना में तैनात पुलिसकर्मियों पर घूस लेने का आरोप लगा है। दरअसल, कुछ लोगों ने एक किसान की सब्जी की फसल और फूस का घर को बर्बाद कर दिया। इस घटना की शिकायत जब वह थाने में करने पहुंचा तो पुलिसवालों ने कहा कि एफआईआर लिखना है तो 10 हजार दो। यह ई बनिया का दुकान नहीं है, यहां पर फ्री में एफआईआर नहीं होगी।
घटना से जुड़े और वीडियो आए सामने
वहीं इस घटना से जुड़े हुए और भी कई वीडियो सामने आए हैं, जिसमें शिकारपुर थाने के मुंशी वॉरलेस ऑपरेटर माधव साफ-साफ बोलते नजर आ रहे हैं कि अगर एफआईआर करना है, तो बड़े बाबू को खर्चा देना होगा। बिना खर्च किए कोई काम नहीं हो सकता। पीड़ित ने पैसे देकर दर्ज करवाई शिकायत वीडियो में पीड़ित बोल रहा है कि लॉकडाउन है, पैसा नहीं है, एक तो हमारा नुकसान हुआ है।
बता दें कि पीड़ित के द्वारा 5 हजार रुपए देने पर शिकायत दर्ज की गई। इसके बावजूद भी अभी तक आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है।