Edited By prachi,Updated: 12 Jan, 2020 06:44 PM

बिहार में पूर्व रेलवे के मालदह मंडल के भागलपुर-साहिबगंज-हावड़ा रेलखंड पर पीरपैंती स्टेशन के पास 114 वर्ष पुराने जर्जर हो चुके रेलवे उल्टा पुल (संख्या-91) को रविवार को सुरक्षा कारणों के चलते विस्फोट कर ध्वस्त कर दिया गया। रेलवे सूत्रों ने बताया कि इस...
भागलपुरः बिहार में पूर्व रेलवे के मालदह मंडल के भागलपुर-साहिबगंज-हावड़ा रेलखंड पर पीरपैंती स्टेशन के पास 114 वर्ष पुराने जर्जर हो चुके रेलवे उल्टा पुल (संख्या-91) को रविवार को सुरक्षा कारणों के चलते विस्फोट कर ध्वस्त कर दिया गया।
रेलवे सूत्रों ने बताया कि इस रेलखंड में चल रहे विद्युतीकरण कार्य के लिए रेलवे के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत धनबाद से रेलवे के यांत्रिकी विभाग के तीन सदस्यीय वैज्ञानिको के दल ने अपनी देखरेख में रविवार को पीरपैंती स्टेशन के पास 114 वर्ष पुराने इस उल्टा पुल में डायनामाइट लगाकर महज एक मिनट में ध्वस्त किया।
इस दौरान दल के वरिष्ठ वैज्ञानिक एसवाई ओसी सोमनियोल एवं वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने अन्य सहयोगियों के साथ मौके पर रहकर इस उल्टा पुल को क्षण भर में ध्वस्त करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
वहीं, मालदह मंडल के अधिकारी भी मौजूद रहे। इस तरह पीरपैंती क्षेत्र में अंग्रेजों के समय से दोनों भागो को जोड़ने वाले इस रेल पुल को अंतिम क्षण देखने के लिए हजारों लोगों की भीड उमड़ पड़ी। भीड़ के मद्देनजर रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) एवं राजकीय रेल पुलिस (जीआरपी) के जवान पूरे समय तक मुस्तैद रहे।