विपक्ष ने सदन में उठाया विधानसभा सत्र को गैरसैंण में करने का मुद्दा, दोनों पक्षों के विधायकों के बीच हुई तीखी बहस

Edited By Nitika,Updated: 01 Dec, 2022 12:11 PM

opposition raised the issue of assembly session in gairsain

उत्तराखंड विधानसभा में बुधवार को विपक्षी कांग्रेस ने सत्ताधारी भाजपा पर गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित करने के बावजूद वहां एक भी सत्र आयोजित न करने का आरोप लगाया, जिसे लेकर दोनों पक्षों के विधायकों के बीच तीखी बहस हुई।

 

देहरादूनः उत्तराखंड विधानसभा में बुधवार को विपक्षी कांग्रेस ने सत्ताधारी भाजपा पर गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित करने के बावजूद वहां एक भी सत्र आयोजित न करने का आरोप लगाया, जिसे लेकर दोनों पक्षों के विधायकों के बीच तीखी बहस हुई।

विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन चकराता के कांग्रेस विधायक प्रीतम सिंह ने प्रश्नकाल के दौरान यह मामला उठाया और कहा कि मार्च 2020 में तत्कालीन मुख्यमंत्री (त्रिवेंद्र सिंह रावत) ने गैरसैंण को बहुत गर्व से राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने की घोषणा की थी। हालांकि, उन्होंने कहा, ‘‘दुर्भाग्य से गर्मियों के दौरान गैरसैंण में विधानसभा का एक भी सत्र आयोजित नहीं किया गया।'' इस दौरान भाजपा के नारे 'अटल जी ने बनाया है, मोदी जी संवारेंगे' का सिंह द्वारा मजाक बनाए जाने और इसे केवल एक नारा बताए जाने पर सत्ता पक्ष के सदस्य आक्रोशित हो गए।

संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल सरकार के बचाव में खड़े हुए और उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के निर्माण का श्रेय पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को जाता है जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लगातार प्रदेश का विकास हो रहा है। अग्रवाल ने कहा, ‘‘हमने उत्तराखंड के लिए संघर्ष किया है। हमारे पुरुषों और महिलाओं ने इसके लिए अपने प्राण न्योछावर किए हैं। जब मुजफ्फरनगर, मसूरी और खटीमा में गोलीकांड हो रहे थे, तब आप कहां थे। सबको पता है कि तब केंद्र में किसकी सरकार थी।'' उन्होंने कहा, ‘‘उत्तराखंड के निर्माण का श्रेय अटल बिहारी वाजपेयी को जाता है। उन्होंने न केवल इसे बनाया, बल्कि इसे विशेष श्रेणी राज्य का दर्जा दिया और ओद्यौगिक पैकेज भी दिया जिसे बाद में कांग्रेस सरकार ने वापस ले लिया।''

अग्रवाल ने कहा कि गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किए जाने के बाद वहां गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस और राज्य स्थापना समारोह आयोजित किए गए। इस पर कांग्रेस विधायक ने सवाल उठाया कि गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी का दर्जा वहां इन मौकों पर कार्यक्रम करने के लिए दिया गया था या वहां से राज्य का कामकाज चलाने के लिए। प्रीतम सिंह ने यह भी कहा कि गैरसैंण में विकसित की गईं आधारभूत संरचनाएं भी पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की ही देन हैं। उन्होंने कहा कि गैरसैंण में गर्मियों में एक भी सत्र का आयोजन न करना सदन की अवमानना है क्योंकि यह पूर्व मुख्यमंत्री ​की सदन में की गई घोषणा के खिलाफ है।

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने भी राज्य सरकार से पूछा कि गैरसैंण के लिए वह बजट में कितना धन आवंटित करेगी। इस पर अग्रवाल ने कहा कि गैरसैंण का विकास राज्य सरकार की प्रतिबद्धता है और उसे पूरा करने के लिए सबकुछ किया जाएगा। उन्होंने विपक्ष को यह भी आश्वासन दिया कि विधानसभा का अगला सत्र गैरसैंण में आयोजित किया जाएगा।

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