Edited By Ramkesh,Updated: 16 Dec, 2024 02:52 PM
उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन सोमवार को सीएम योगी ने संभल में 46 वर्षों तक बंद रहने के बाद पिछले सप्ताह खोले गये भस्म शंकर मंदिर के कुएं में दो खंडित मूर्तियां मिली इस घटना को लेकर सीएम योगी ने कहा कि सत्य को छुपाया नहीं जा...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन सोमवार को सीएम योगी ने संभल में 46 वर्षों तक बंद रहने के बाद पिछले सप्ताह खोले गये भस्म शंकर मंदिर के कुएं में दो खंडित मूर्तियां मिली इस घटना को लेकर सीएम योगी ने कहा कि सत्य को छुपाया नहीं जा सकती है। उन्होंने कहा कि तथ्यों को छिपाकर आप लोगों को कब तक गुमराह कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि संभल हिंसा में एक भी पत्थरबाज नहीं बचेगा। उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होगी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में 95 से 97 प्रतिशत दंगों में कमी आई है। प्रदेश में 2017 के बाद दंगा नहीं हुआ है। पहले दंगे में लोगों की मौत होती थी। संभल में कोर्ट के आदेश पर सर्वे हो रहा है। जय श्रीराम बोलने पर इतनी उत्तेजना क्यों? हम सब अंतिम यात्रा में भी रामनाम सत्य बोलते हैं। संभल में वर्चस्व देशी और विदेशी मुस्लिम को लेकर लड़ाई हुई है। उन्होंने कहा कि बाबरनामा कहता है मंदिर तोड़कर ढांचा खड़ा किया गया। आप को बता दें कि संभल जिले में 46 वर्षों तक बंद रहने के बाद पिछले सप्ताह खोले गये भस्म शंकर मंदिर के कुएं में दो खंडित मूर्तियां मिली हैं। श्री कार्तिक महादेव मंदिर (भस्म शंकर मंदिर) को 13 दिसंबर को पुनः खोल दिया गया था, जब अधिकारियों ने कहा था कि अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान उन्हें यह ढांचा मिला था। मंदिर में भगवान हनुमान की मूर्ति और शिवलिंग स्थापित था। यह 1978 से बंद था। मंदिर के पास एक कुआं भी है जिसे अधिकारियों ने फिर से खोलने की योजना बनाई थी।
मौके पर मौजूद संजीव शर्मा ने बताया कि कुंए में देवी लक्ष्मी की एक क्षतिग्रस्त मूर्ति मिली है। उनके अनुसार देवी पार्वती की भी एक मूर्ति मिली है। सतेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि पार्वती की मूर्ति कुएं में 15-20 फुट की गहराई पर मिली। संभल की उपजिलाधिकारी वंदना मिश्रा ने बताया कि थाना प्रभारी के जरिए सूचना मिली है कि वहां दो मूर्तियां मिली हैं। उन्होंने बताया कि बाकी जानकारी जुटाई जा रही है। यह मंदिर खग्गू सराय इलाके में स्थित है, जो शाही जामा मस्जिद से सिर्फ एक किलोमीटर दूर है।
इस मस्जिद में 24 नवंबर को अदालत के आदेश पर किए गए सर्वे के दौरान विरोध प्रदर्शन होने पर हिंसा हुई थी। जिला प्रशासन ने कुंए और मंदिर की ‘कार्बन डेटिंग' के वास्ते भारतीय पुरात्व सर्वे को पत्र लिखा है। ‘कार्बन डेटिंग' प्राचीन स्थलों से मिली पुरातात्विक कलाकृतियों के काल निर्धारण की एक प्रविधि है।