Edited By Anil Kapoor,Updated: 14 May, 2025 07:33 AM

Gorakhpur/Etawah: गोरखपुर में एक मृत बाघिन में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद चिड़ियाघर को एहतियातन एक सप्ताह के लिए बंद कर दिया गया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि इसी तरह ‘इटावा लायन सफारी' और एशियाई शेर प्रजनन केंद्र को भी...
Gorakhpur/Etawah: गोरखपुर में एक मृत बाघिन में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद चिड़ियाघर को एहतियातन एक सप्ताह के लिए बंद कर दिया गया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि इसी तरह ‘इटावा लायन सफारी' और एशियाई शेर प्रजनन केंद्र को भी एहतियात के तौर पर 14 मई से 20 मई तक आम जनता के लिए बंद कर दिया गया है। यह फैसला गोरखपुर चिड़ियाघर में बर्ड फ्लू के पुष्ट मामले के मद्देनजर लिया गया है। गोरखपुर प्राणी उद्यान के निदेशक विकास यादव ने मुख्य वन संरक्षक के निर्देशों के तहत मंगलवार को चिड़ियाघर को बंद करने का आदेश जारी किया। चिड़ियाघर अब 21 मई को जनता के लिए फिर से खुलेगा।
बाघिन शक्ति की मौत में बर्ड फ्लू की पुष्टि, चिड़ियाघर में बढ़ा खतरा
चिड़ियाघर के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि 7 मई को शक्ति नाम की बाघिन की मौत हो गई थी और उसके विसरा के नमूने भोपाल स्थित राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान भेजे गए, जहां जांच में बर्ड फ्लू को मौत का कारण बताया गया। चिड़ियाघर के एक अधिकारी ने बताया कि बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद से अधिकारी हाई अलर्ट पर हैं और उन्हें डर है कि वायरस अन्य जानवरों में भी फैल सकता है। उन्होंने बताया कि चिड़ियाघर में अब तक 4 जानवरों की मौत की सूचना मिली है, जिनमें एक बाघ, एक बाघिन, एक तेंदुआ और एक मादा भेड़िया शामिल है।
4 जानवरों की रहस्यमयी मौत, एक जैसे लक्षणों ने बर्ड फ्लू की आशंका गहराई
अधिकारी ने बताया कि 4 वर्ष पहले कानपुर से लाई गई मादा तेंदुआ मोना की पिछले गुरुवार को मौत हो गई थी और इससे पहले बुधवार सुबह बाघिन शक्ति की और शनिवार को मादा भेड़िया भैरवी की भी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि 30 मार्च को बाघ केसरी की भी ऐसी ही परिस्थितियों में मौत हो गई थी। अधिकारी ने बताया कि शक्ति और भैरवी दोनों में एक जैसे लक्षण दिखे थे हालांकि शक्ति की रिपोर्ट में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है और भैरवी के नमूना जांच के नतीजे का इंतजार है। इस बीच, पटौदी नामक एक बीमार बाघ को हाल ही में कानपुर चिड़ियाघर में स्थानांतरित किया गया था,जिससे वहां वायरस के संभावित प्रसार को लेकर चिंता बढ़ गई है।
गोरखपुर में बर्ड फ्लू के बाद इटावा सफारी आम जनता के लिए अस्थाई रूप से बंद
इटावा से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, इसी तरह इटावा लायन सफारी और एशियाई शेर प्रजनन केंद्र को भी एहतियात के तौर पर 14 मई से 20 मई तक आम जनता के लिए बंद कर दिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि यह फैसला गोरखपुर चिड़ियाघर में बर्ड फ्लू के पुष्ट मामले के मद्देनजर लिया गया। इटावा सफारी के निदेशक डॉ. अनिल कुमार पटेल ने बताया कि सफारी में अभी तक बर्ड फ्लू के किसी मामले की पुष्टि नहीं हुई है लेकिन पटौदी (इटावा सफारी का एक शेर जिसे हाल ही में इलाज के लिए कानपुर चिड़ियाघर भेजा गया था) की खराब सेहत ने चिंता बढ़ा दी है। नतीजतन, सुरक्षा उपायों को बढ़ाया गया है।उन्होंने बताया कि सफारी के कर्मचारियों को निर्देश दिया गया है कि वे खुद या अपने परिवार के सदस्यों में किसी भी बीमारी की तुरंत सूचना दें।
सफारी में हाई अलर्ट, कर्मचारियों को PPE और सख्त निगरानी के निर्देश
अधिकारी ने बताया कि बाड़ों में प्रवेश को सख्ती से नियंत्रित किया जाए और जानवरों में सुस्ती, भूख कम लगना या नाक या आंख से असामान्य स्राव के किसी भी लक्षण की तुरंत पशु चिकित्सा टीमों को सूचना दी जाए। पटेल ने बताया कि सभी कर्मचारियों को दस्ताने, फेस मास्क, पीपीई किट पहनने और ‘हैंड सैनिटाइजर' का उपयोग करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने बताया कि सफारी के अंदर स्वच्छता और जानवरों के व्यवहार की निगरानी के लिए टीमें तैनात की गई हैं, साथ ही रोजाना सफाई अभियान चलाने का आदेश दिया गया है। अधिकारी ने बताया कि कर्मचारियों से यह भी कहा गया है कि सफारी में कोई जानवर या पक्षी मृत पाए जाने पर तुरंत वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित करें।
CM योगी ने की उच्चस्तरीय बैठक, सभी चिड़ियाघरों में अधिकतम सतर्कता के निर्देश
बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को लखनऊ में एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की और अधिकारियों को बर्ड फ्लू के संभावित खतरे को गंभीरता से लेते हुए राज्य के सभी चिड़ियाघरों में अधिकतम सतर्कता लागू करने का निर्देश दिया। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, आदित्यनाथ ने कहा कि चिड़ियाघरों, पक्षी विहारों, राष्ट्रीय उद्यानों, आर्द्रभूमि क्षेत्रों और गौशालाओं में संरक्षित जानवरों और पक्षियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए।