Edited By Mamta Yadav,Updated: 07 May, 2023 11:32 PM

उत्तर प्रदेश ATS ने रविवार को प्रदेश के कई जिलों में बड़े पैमाने पर ताबड़तोड़ छापेमारी की। एटीएस की यह छापमेरी राज्य के 30 जिलों में की गई। पीएफआई कनेक्शन में छापेमारी मामले में अब तक एटीएस ने उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों से कुल 70 लोगों को हिरासत में...
बुलंदशहर: उत्तर प्रदेश ATS ने रविवार को प्रदेश के कई जिलों में बड़े पैमाने पर ताबड़तोड़ छापेमारी की। एटीएस की यह छापमेरी राज्य के 30 जिलों में की गई। पीएफआई कनेक्शन में छापेमारी मामले में अब तक एटीएस ने उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों से कुल 70 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। इसी कड़ी में बुलंदशहर में समाजवादी पार्टी के पूर्व नगर अध्यक्ष अब्दुल खालिक अंसारी के भी तार आतंकी संगठन पीएफआई (Popular Front of India) से जुड़े हुए पाए गए हैं। इसके बाद यूपी एंटी टेरर स्क्वॉयड (ATS) ने आरोपी को मेरठ से हिरासत में लिया है।
अब्दुल खालिक सपा का नगर अध्यक्ष रह चुका है
जानकारी मुताबिक बीते 20 सालों से अब्दुल खालिक अंसारी बुलंदशहर में रह रहा था। इसे उस वक्त गिरफ्तार किया गया जब वो अपनी पत्नी का इलाज कराने मेरठ पहुंचा था। एटीएस को जैसे ही इसकी सूचना मिली उसे मौके से उठा लिया गया। आरोपी अब्दुल खालिक अंसारी सपा का नगर अध्यक्ष रह चुका है। हाल ही में सपा को छोड़कर उसने एसडीपीआई का हाथ थाम लिया था और दिल्ली के ऑफिस में ज्वाइनिंग भी की थी। वो करीब एक हफ्ता एसडीपीआई में रहा।

PFI से जुड़े 70 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ
वर्तमान में अब्दुल खालिक अंसारी किसान यूनियन से जुड़ा हुआ था और अपने भाई के घर पत्नी का इलाज कराने पहुंचा था। वहीं आरोपी के बेटे जैद ने कहा कि उसके पिता का एसडीपीआई से अब कोई संबंध नहीं रहा है। उन्होंने त्यागपत्र दे दिया था। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश एंटी टेरर स्क्वॉयड (ATS) ने एक साथ कई शहरों में रविवार सुबह छापेमारी की थी जिससे हड़कंप मच गया था। राजधानी लखनऊ, मेरठ, मुरादाबाद, वाराणसी, आजमगढ़ समेत प्रदेश के 30 जिलों में एटीएस ने एक साथ सर्च ऑपरेशन चलाकर प्रतिबंधित संगठन पीएफआई से जुड़े 70 लोगों को हिरासत में लिया है।

50-50 हजार के इनामी दो आरोपी गिरफ्तार
इस दौरान एसटीएफ ने 50-50 हजार के इनामी परवेज अहमद और रईस अहमद को भी वाराणसी से गिरफ्तार किया है। पता चला है कि CAA-NRC के विरोध प्रदर्शन में परवेज अहमद उत्तर पूर्व के कई राज्यों में सक्रिय था साथ ही देश-विरोधी गतिविधियों में सक्रिय था।