Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 24 Sep, 2021 03:46 PM
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि (Mahant Narendra Giri) की मौत मामले में लगातार नई नई बातें सामने आ रहे हैं। वहीं अब एसआईटी ने आनंद गिरि के ग्रुप से वीडियो बरामद किया है। इसी वीडियो को दिखाकर नरेंद्र गिरि को ब्लैक मेल (Black mail) किया जा...
प्रयागराज: अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि (Mahant Narendra Giri) की मौत मामले में लगातार नई नई बातें सामने आ रहे हैं। वहीं अब एसआईटी ने आनंद गिरि के ग्रुप से वीडियो बरामद किया है। इसी वीडियो को दिखाकर नरेंद्र गिरि को ब्लैक मेल (Black mail) किया जा रहा था। इस एंगल से भी जांच की जा रही है कि महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत के पीछे हनी ट्रैप तो वजह नहीं है, क्योंकि अपने सुसाइड नोट (Suicide Note) में भी नरेंद्र गिरि ने इस बात का जिक्र किया है। जिसके चलते पुलिस जांच में मामला आत्महत्या का लग रहा है, लेकिन महंत के करीबी इसे साजिश बता रहे हैं।
इस बारे में सुसाइड नोट में महंत नरेंद्र गिरि ने लिखा है कि “आनंद गिरि के कारण आज मैं विचलित हो गया। हरिद्वार से सूचना मिली कि आनंद कंप्यूटर के माध्यम से एक लड़की के साथ मेरा फोटो जोड़कर गलत काम करते हुए फोटो वायरल करने वाला है। वह मुझे बदनाम करने जा रहा है. मैंने सोचा कि एक बार बदनाम हो गया तो कहां-कहां सफाई दूंगा। बदनाम हो गया तो जिस पद पर हूं उसकी गरिमा चली जाएगी। इससे अच्छा तो मर जाना ठीक है। मेरे मरने के बाद सच्चाई तो सामने आ ही जाएगी। आगे नरेंद्र गिरि ने लिखा कि मैं जिस सम्मान से जी रहा हूं अगर मेरी बदनामी हो गई तो मैं समाज मैं कैसे रहूंगा, इससे अच्छा मर जाना ठीक रहेगा।
आगे लिखा है कि वे 13 सितंबर को ही आत्महत्या करने वाले थे, लेकिन हिम्मत नहीं कर पाया. आज जब हरिद्वार से सूचना मिली की आनंद एक दो दिन में फोटो वायरल करने वाला है, तो बदनामी से अच्छा मर जाना है। मेरी आत्महत्या का जिम्मेदार आनंद गिरि, पुजारी आद्या प्रसाद तिवारी और उनका लड़का संदीप तिवारी है। तीनों आरोपियों के नाम के साथ लिखा है कि मैं पुलिस अधिकारियों व प्रशासनिक अधिकारियों से प्रार्थना करता हूं कि इन तीनों के साथ कानूनी कार्रवाई की जाए, जिससे मेरी आत्मा को शांति मिल सके।