Edited By Mamta Yadav,Updated: 18 Apr, 2023 10:50 PM
ये वो तीन शूटर हैं जिन्होंने भारी संख्या में पुलिस की मौजूदगी में खतरनाक माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी...इन तीनों शूटरों ने उस शहर में इस वारदात को अंजाम दिया जहां कभी अतीक और अशरफ का खौफ हुआ करता था...तीनों हमलावरों ने...
ये वो तीन शूटर हैं जिन्होंने भारी संख्या में पुलिस की मौजूदगी में खतरनाक माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी...इन तीनों शूटरों ने उस शहर में इस वारदात को अंजाम दिया जहां कभी अतीक और अशरफ का खौफ हुआ करता था...तीनों हमलावरों ने 40 सेकंड में अतीक के 41 साल के साम्राज्य को खत्म कर दिया...वहीं अतीक अशरफ की मौत के बाद बड़ा सवाल ये है कि इस सनसनीखेज वारदात के पीछे यही तीन चेहरे हैं...या ये तीनों सिर्फ मोहरे हैं...दरअसल सूट आउट में शामिल शूटर सन्नी सिंह का पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गैंगस्टर सुंदर भाटी से कनेक्शन जुड़ने की बात सामने आने लगी है...जिसके बाद ये भी सवाल उठने लगे हैं कि अतीक और अशरफ की हत्या के पीछे सुंदर भाटी का हाथ तो नहीं है...
बता दें कि दिल्ली-एनसीआर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए आतंक का पर्याय रहे ग्रेटर नोएडा के घंघौला गांव निवासी कुख्यात सुंदर भाटी का 30 साल का साम्राज्य राजनीतिक गलियारों में उसकी अच्छी पैठ की वजह से मजबूत था...पैठ भी ऐसी कि वह जेल में रहने के दौरान खेल प्रतियोगिता में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर के साथ पुरस्कार बांटता था...गौरतलब है कि प्रयागराज में पुलिस सुरक्षा में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई... अब अतीक-अशरफ की हत्या में सुंदर भाटी का नाम सामने आ रहा है...बताया जा रहा है कि सुंदर भाटी के इशारे पर अतीक-अशरफ के हत्यारों तक जिगाना पिस्टल पहुंचाई गई थी...दरअसल तीन हत्यारों में शामिल रोहित उर्फ सनी हमीरपुर का रहने वाला है.. उस पर कुरैरा थाने में 14 मुकदमे दर्ज हैं.. वह सुंदर भाटी के साथ साल 2019 में हमीरपुर जेल में बंद रहा था...तभी से वह सुंदर भाटी के संपर्क में था... सूत्रों के अनुसार दावा किया जा रहा है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुख्यात सुंदर भाटी के इशारे पर अतीक अहमद के हत्यारों तक जिगाना पिस्टल पहुंची...
गैंगेस्टर सुंदर भाटी कौन है और वो अपराध की दुनिया में कैसे आया ये आपको बताते हैं...दरअसल, अपराध की दुनिया में आने से पहले सुंदर भाटी बुलंदशहर में ट्रांसपोर्ट के ठेके लेता था.. उसके बाद वह नेताओं के संपर्क में आया और पॉलिटिकल मर्डर करने लगा...हालांकि सुंदर भी राजनीति में आना चाहता था, लेकिन इसी बीच नरेश भाटी जिला पंचायत चेयरमैन बन गया...सुंदर व नरेश पहले साथी थे...बाद में सुंदर ने चेयरमैन नरेश भाटी की हत्या कर दी थी... उसके बाद सुंदर ने पीछे मुड़कर नहीं देखा...सुंदर भाटी पर 62 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं... उसको हाल ही में गौतमबुद्ध नगर जिला न्यायालय ने हरेंद्र प्रधान हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी... उसके बाद से वह जेल में है...
फिलहाल, जिगाना पिस्टल का मौके से बरामद होना इस ओर इशारा कर रहा है कि यह पाकिस्तान के रास्ते पंजाब और फिर प्रयागराज आरोपितों तक पहुंचाई गई। सूत्रों ने यह भी दावा किया है कि कुछ दिन पहले अतीक की हत्या के आरोपितों ने जेल में सुंदर से मुलाकात भी की थी…सुंदर भाटी गिरोह के सदस्यों का काम रंगदारी वसूलना, सुपारी लेकर हत्या करना, स्क्रैप के ठेके हथियार, सरिया चोरी करवाना था। सुंदर भाटी गिरोह के गुर्गों पर आरोप है कि उन्होंने पूर्वांचल में कई हत्याएं की..