Edited By Ramkesh,Updated: 19 Dec, 2024 07:49 PM
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भागवान राम की नगरी अयोध्या के विकास के बाद अब काशी विश्वनाथ कॉरिडोर पर सरकार की नजर है। दरअसल, उत्तर प्रदेश सरकार अत्यधिक भीड़भाड़ वाले दालमंडी बाजार की संकरी गलियों को चौड़ा करने का फैसला लिया है। इसके लिए नगर निगम की टीम...
वाराणसी: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भागवान राम की नगरी अयोध्या के विकास के बाद अब काशी विश्वनाथ कॉरिडोर पर सरकार की नजर है। दरअसल, उत्तर प्रदेश सरकार अत्यधिक भीड़भाड़ वाले दालमंडी बाजार की संकरी गलियों को चौड़ा करने का फैसला लिया है। इसके लिए नगर निगम की टीम ने अभियान शुरू कर दिया है। अपर नगर आयुक्त के नेतृत्व में एक टीम दालमंडी पहुंची और नापी के साथ निशान लगाने का काम शुरू किया। अभियान के तहत जद में लगभग 10 हजार दुकानें आएंगी। अधिकतर दुकानें अतिक्रमण करके बनाई गई है जिससे भवन मालिक भी परेशान है। नापी की प्रक्रिया के बाद नगर निगम संबंधित मकान, दुकान मालिकों को नोटिस जारी करेगा।
विभाग के मुताबिक लगभग डेढ़ किलोमीटर लंबा दालमंडी मार्केट चौक और नई सड़क को जोड़ता है। जिस रोड से कभी ट्रैक्टर तक गुजर जाता था, आज वहां दो बाइक का अगल बगल से गुजरना मुश्किल है। नगर निगम की टीम ने नापी इस संकरे मार्ग को लगभग 20 फीट चौड़ा करने की योजना बनाई है।अपर नगर आयुक्त राजस्व अनिल यादव के बताया कि नोटिस की समयसीमा समाप्त होने के बाद ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू की जाएगी।
मुस्लिम बाहुल्य दालमंडी इलाके के विकास कार्य से संबंधित प्रोजेक्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की निगरानी में है। बीते 06 दिसंबर को वाराणसी आए सीएम ने दालमंडी क्षेत्र के विकास के लिए तैयार प्रोजेक्ट की समीक्षा की थी और सड़क चौड़ीकरण कार्य प्राथमिकता के आधार पर करने का आदेश दिया था। दालमंडी का एक छोर चौक थाने के समीप है। यहां से लगभग डेढ़ सौ मीटर दूर काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का प्रमुख प्रवेश द्वार है। इस इलाके की संकरी गलियों के कारण विकास कार्यों में सरकारी अमले को दिक्कत आ रही थी। क्षेत्र के कई मुस्लिम बंधुओं ने सीएम योगी से दालमंडी को अतिक्रमण मुक्त कराकर विकास कार्य कराने की अपील की थी।