Edited By Umakant yadav,Updated: 13 Feb, 2021 03:10 PM

उत्तराखंड के चमोली जिले के जोशीमठ में सात फरवरी को हुये हिमस्खलन की चपेट में आने से उत्तर प्रदेश के 64 लोग अभी भी लापता हैं जबकि 5 की मौत हो चुकी है। मृतकों की पहचान लखीमपुर खीरी के अवधेश (19), अलीगढ़ के अजय शर्मा (32), लखीमपुर खीरी के सूरज (20),...
लखनऊ: उत्तराखंड के चमोली जिले के जोशीमठ में सात फरवरी को हुये हिमस्खलन की चपेट में आने से उत्तर प्रदेश के 64 लोग अभी भी लापता हैं जबकि पांच की मौत हो चुकी है। उत्तर प्रदेश के राहत आयुक्त संजय गोयल ने शनिवार को यहां जारी एक बयान में कहा, " उत्तराखंड के चमोली जिले के जोशीमठ में ग्लेशियर फटने से 13 फरवरी तक पांच लोगों की मौत हो गई है, जबकि 64 लोग अभी भी लापता हैं, जबकि राज्य के 23 लोगों को बचा लिया गया है।"
मृतकों की पहचान लखीमपुर खीरी के अवधेश (19), अलीगढ़ के अजय शर्मा (32), लखीमपुर खीरी के सूरज (20), सहारनपुर निवासी विक्की कुमार और लखीमपुर खीरी के विमलेश (22) के रूप में हुई है। बयान के मुताबिक, लापता हुए 64 लोगों में से 30 लखीमपुर खीरी के हैं। इसके बाद सहारनपुर के 10, श्रावस्ती के पांच, गोरखपुर के चार, रायबरेली और कुशीनगर के दो-दो और सोनभद्र, शाहजहांपुर, मुरादाबाद, मिर्जापुर, मथुरा, गौतमबुद्ध नगर, देवरिया,चंदौली, बुलदंशहर, आजमगढ़ और अमरोहा के एक-एक व्यक्ति शामिल हैं।
इससे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नौ फरवरी को राहत कार्यों की निगरानी करने के लिए और राज्य के साथ बेहतर समन्वय के लिए तीन मंत्रियों की एक टीम उत्तराखंड भेजी थी। इस टीम में सुरेश कुमार राणा, विजय कश्यप और धर्म सिंह सैनी शामिल हैं।