Edited By Pooja Gill,Updated: 01 Sep, 2024 02:54 PM
UP Police Bharti Exam: उत्तर प्रदेश के 67 जिलों में 1,174 केंद्रों पर शनिवार को पांचवें और अंतिम दिन पुलिस भर्ती परीक्षा संपन्न हो गयी। दो-दो पालियों में पांच दिन तक चली इस परीक्षा में 32 लाख से अधिक अभ्यर्थी शामिल हुए। परीक्षा सरकारी विद्यालयों पर...
UP Police Bharti Exam: उत्तर प्रदेश के 67 जिलों में 1,174 केंद्रों पर शनिवार को पांचवें और अंतिम दिन पुलिस भर्ती परीक्षा संपन्न हो गयी। दो-दो पालियों में पांच दिन तक चली इस परीक्षा में 32 लाख से अधिक अभ्यर्थी शामिल हुए। परीक्षा सरकारी विद्यालयों पर ही संपन्न कराया गया। यूपी के महराजगंज जिले में भी यह परीक्षा आयोजित की गई। परीक्षा के अंतिम दिन यहां पर एक चौकाने वाला मामला सामने आया है। पहली पाली की परीक्षा के दौरान एक महिला अभ्यर्थी अपनी कमर पर लोहे की चेन बांध परीक्षा देने पहुंची। उसने लोहे की चेन को ताले में बंद करके कमर में लटकाया हुआ था। जांच के दौरान जब पुलिस ने उसे यह चेन निकालने को कहा तो उसने मना कर दिया और कहा कि चेन नहीं निकाल सकती, भले ही एग्जाम छोड़ना पड़ जाए।
जानिए महिला अभ्यर्थी ने क्यों बांध रखा ताला
बता दें कि सिपाही भर्ती परीक्षा के अंतिम दिन की पहली पाली में राजकीय बालिका इंटर कॉलेज धनेवा धनेई केंद्र पर परीक्षा में शामिल होने आई महिला अभ्यर्थी की जब सुरक्षा कर्मियों ने जांच की तो मेटल डोर डिडेक्टर से आवाज आने लगी। छात्रा ने लोहे की चेन को ताले में बंद करके कमर में लटकाया हुआ था। उसने जांच कर रहे अधिकारियों को बताया कि भूत के साए को भगाने के लिए उसने तांत्रिक के सुझाव पर अपनी कमर में लोहे की माला को ताला से बंद कर रखा है।उसी से आवाज आ रही है। महिला सुरक्षाकर्मियों ने ताला खोलकर उसे निकालने के लिए कहा, लेकिन उसने मना कर दिया। वहीं,गेट पर खड़े उसके परिजनों ने भी आकर कहा कि ताला मत खोलिएगा नहीं तो संभालना मुश्किल हो जाएगा।
चेन का ताला न खोलने की जिद पर अड़ी अभ्यर्थी
परिजनों ने बताया कि लड़की भूत के साया से परेशान है। कई भूत उसके उपर सवार हैं, झाड़-फूंक और तंत्र-मंत्र करने वाले के सुझाव पर छात्रा के शरीर पर 11 लोहे की मालाओं को ताले से बंद किया गया था। 10 भूत उसे छोड़ चुके हैं, उसके बाद ताला खुल गया था। अभी 11वां ताला नहीं खुला है। अभ्यर्थी ताला न खोलने की जिद पर अड़ी रही और कहा कि वह ताला नहीं खोलेगी, भले ही परीक्षा छुट जाए। ताला नहीं खोलने की बात पर उसकी सघन जांच हुई। कोई डिवाइस नहीं मिला। कक्ष निरीक्षक को विशेष निगरानी का निर्देश दिया गया। उसके बाद कमर में ताला लगाकर ही महिला अभ्यर्थी कड़ी निगरानी के बीच परीक्षा में शामिल हुई और परीक्षा दी।